** सरकार के आदेश पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने दिया आवेदकों को झटका
चंडीगढ़ : हरियाणा की मनोहर सरकार ने पिछली हुड्डा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया रद कर दी है। मनोहर सरकार ने करीब 20 हजार 916 कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया रद की है। इनमें कुछ भर्तियां ऐसी हैं जिनमें सिर्फ रिजल्ट रुका हुआ था, जबकि कुछ भर्तियों में इंटरव्यू होने बाकी थे।
प्रदेश के मुख्य सचिव की ओर से भेजी गई सिफारिश पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने इन भर्तियों को रद कर दिया है। पिछले कई सालों से रिजल्ट का इंतजार कर रहे युवाओं को मनोहर सरकार के इस फैसले से तगड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव से पहले ही करीब सात हजार लिपिकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसके लिए करीब पांच लाख युवाओं ने आवेदन किया था। इस भर्ती प्रक्रिया को भी रद कर दिया गया है।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 2007 में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया तक को संदिग्ध मानते हुए उसे रद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब राज्य में नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी सरकार के छह माह पूरे होने पर शुक्रवार को ही कहा कि आयोग की ओर से सभी विभागों से रिक्तियों की जानकारी मंगवाई जाएगी। अगले 2 से 3 साल के भीतर सभी खाली पदों पर भर्तियां होंगी। सरकार के फैसले से प्रभावित होने वाले हजारों युवक ऐसे हैं, जिनकी आयु बीत गई। भर्ती रद होने की स्थिति में उन्हें अब किसी भी नई भर्ती के लिए दोबारा प्रयास करने होंगे। आयोग ने जो भर्तियां रद की है, उनमें ज्यादातर लिपिकों की हैं।
पिछली सरकार ने मई 2007 में कैनाल पटवारी के 786 पदों के लिए भर्ती की थी, जिसे रद कर दिया गया है। 2011 में निकाले गए लोअर डिविजन क्लर्क के 437 पदों की भर्ती रद हो गई है। 2013 में शुरू 146 कंप्यूटर आपरेटर एवं प्रोग्रामिंग की भर्ती, 2013 में निकाले गए एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर के 109 पद, 2013 में जूनियर इंजीनियर सिविल के 381 पद, आपरेटर के 188 पद और सहायक लाइनमैन के 1586 पदों की भर्ती प्रक्रिया रद कर दी गई है। पिछली सरकार ने फरवरी 2014 में ड्राइवर हेवी व्हीकल के 1175 पद भरने के लिए भर्ती शुरू की थी। इन समेत 188 सब इंस्पेक्टर, 145 ट्रैकर, 773 वीएलडीए, 457 स्टाफ नर्स की भर्ती भी रद कर दी गई है। db
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