सोनीपत : निजी तकनीकी कॉलेज एडमिशन के माध्यम से अपनी जेबें ही नहीं भरेंगे बल्कि कन्या शिक्षा को प्रोत्साहन भी अब देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना को तकनीकी शिक्षा में भी अपनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत हर तकनीकी कॉलेज पांच छात्राओं की ट्यूशन फीस पूरी माफ करेगा। इसमें पूरा बोझ अकेले कॉलेज पर ही नहीं पड़े इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग उनकी मदद भी करेगा। जिसके तहत दो छात्राओं की ट्यूशन फीस का खर्च विभाग की ओर से वहन किया जाएगा। यह फैसला तकनीकी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों एवं निजी तकनीकी शिक्षण संस्था के संचालकों की बैठक में लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने की थी। बैठक में निजी संस्था संचालकों की ओर से ही छात्राओं को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिए विभाग के सामने यह प्रस्ताव रखा गया था।
स्किलडेवलपमेंट पर भी होगा काम:
तकनीकी शिक्षा विभाग निजी कॉलेजों के साथ मिलकर बच्चों की स्किल डेवलपमेंट पर भी विशेष काम करेगा। इसके लिए विद्यार्थियों को खास ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें लैब पर ज्यादा समय दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त कंपनियों के मुताबिक व्यवहार के लिए उनके व्यक्तित्व विकास पर पर काम होगा।
प्रश्नपत्र भी नहीं सताएगा:
तकनीकी शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों के लिए पहले दो साल प्रश्न पत्र के लिहाज से बेहद मुश्किल भरे रहते हैं, क्योंकि एेसा नहीं होता कि इनमें सभी बच्चे अंग्रेजी विषय में पूरी तरह निपुण हो। इसलिए बदलती व्यवस्था के तहत प्रयास है कि पहले दो सवालों में विद्यार्थियों को सवालों के जवाब में अधिक लिखना पड़े। ऑबजेक्टिव सवाल पूछे जाएंगे।
समस्याओं दूर करने को समन्वय कमेटी का गठन:
काॅलेज संचालकों एवं विभाग के बीच आपसी तालमेल बेहतर रहे इसके लिए एक समन्वय कमेटी का भी गठन किया गया है। इस कमेटी में जहां विभाग की ओर से प्रतिनिधियों के नामों की घोषणा धीरा खंडेलवाल करेंगी तो वहीं कॉलेजों की ओर से नाम चयन कर विभाग को उसकी जानकारी दे दी गई है। जिसमें प्रदीप कुमार, डॉ. राकेश रंजन, डॉ. विजयपाल नैन, संजय निझावन अनिल बंसल शामिल हैं। db
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