** कहा, ग्रेस अंक देकर बढ़ाया जाता था पास प्रतिशत
** कम्पार्टमेंट आए बच्चों को जून में देंगे विशेष कोचिंग
चंडीगढ़ : हरियाणा के शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा बुधवार को घोषित किए गए 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के परिणामों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह परिणाम न केवल अध्यापकों बल्कि अभिभावकों के लिए भी सही नहीं है। शिक्षामंत्री ने कहा कि परिणाम पिछली सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल के दौरान स्कूलों में खराब किए गए वातावरण को दर्शाते हैं।
शिक्षामंत्री वीरवार को एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 10वीं का परिणाम 41.28 प्रतिशत और 12वीं का 53.96 प्रतिशत घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार की तरह हमने ग्रेस अंक देकर परिणाम की प्रतिशतता बढ़ाने का कार्य नहीं किया बल्कि वास्तविक परिणाम ही घोषित किया है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान बोर्ड के परिणाम तो इससे भी खराब रहे थे और विधानसभा सदन में भी सदस्यों ने चिंता व्यक्त की थी और उस समय ग्रेस मार्क देकर परिणाम की प्रतिशतता सुधारी गई थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार व बच्चों को छात्रवृत्ति देने का ढिढोरा पीटने वाली कांग्रेस सरकार स्कूली शिक्षा का वातावरण खराब कर गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012-13 का 10वीं का परिणाम 40.63 प्रतिशत था, जिसे ग्रेस अंक के साथ 65.38 प्रतिशत किया गया। 2013-14 का 40.95 प्रतिशत था, उसे ग्रेस अंक के साथ 50.79 प्रतिशत किया गया और 2014-15 का 52 प्रतिशत था, जिसे ग्रेस अंक साथ 60 प्रतिशत किया गया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब स्कूलों में नैतिक शिक्षा के साथ-साथ शिक्षा सुधार पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राम, रहिम, रसखान की शिक्षाओं से हम बच्चों को संस्कारी व गुणवान बनाने की दृष्टि से गीता के श्लोकों, कुरान की आयत और गुरु ग्रंथ साहिब की शब्द-वाणी के साथ-साथ योग को स्कूली पाठ्यक्त्रस्म में शामिल कर रहे है ताकि हम सदाचारी और गुणवान बच्चों के अलावा एक अच्छे मुनष्य का भी निर्माण कर सकें। यह पूछे जाने पर कि बतरा कमेटी की रिपोर्ट कब तक आएगी, शिक्षा मंत्री ने कहा कि बहुत जल्दी ही रिपोर्ट मिलेगी।
एक प्रश्न के उत्तर में प्रो. शर्मा ने कहा कि इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाओं में छह लाख विद्यार्थी बैठे थे। उन्होंने बताया कि कक्षा 12वीं में 22 प्रतिशत विद्यार्थी की कम्पार्टमेंट आई है। शिक्षा विभाग इन विद्यार्थियों के कम्पार्टमेंट में सुधार लाने के लिए जून माह में विशेष कोचिंग की व्यवस्था करेगा और इस दौरान सभी अध्यापकों से ऐसे विद्यार्थियों को कौचिंग देने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में जो खराब माहौल मिला था उसे हमने एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता, सूचना जन संपर्क एवं संस्कृति कार्य विभाग के महानिदेशक अभिलक्ष लिखी भी उपस्थित थे। au
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