अम्बाला : कभी रिजल्ट व सुविधाओं के कारण लोगों के चहेते रहे प्रदेश के 204 ऐडिड स्कूलों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इन स्कूलों में प्रमानेंट स्टाफ नही होने के कारण स्कूलों में पढाई का स्तर लगातार गिर रहा है। ऐडिड स्कूलों में स्वीकृत पदों पर कार्यरत शिक्षक एक-एक करके रिटायर हो रहे हैं। लेकिन सरकार की तरफ से इन खाली पदों को भरने की बजाय डिमीनिसिंग काडर में डालने की तैयारी चल रही है। एडिड स्कूलों में स्टाफ की कमी का आलम यह है कि अकेले अंबाला में ही 560 स्वीकृत पदों में से 258 पद खाली पड़े हैं। दूसरी तरफ एडिड स्कूलों को मिलने वाली 75 प्रतिशत ग्रांट के बाद शेष 25 प्रतिशत देने में मैनेजमेंट की असर्मथता के कारण स्टाफ की सैलरी लटक रही है। ऐडड स्कूल हेड संघ के महासचिव ने ने कहा कि शिक्षकों को समायोजित करने या सौ प्रतिशत अनुदान देने की मांग की है। hb
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.