इन स्कूलों के मुखियाओं को बीते दिन पंचकूला बीते दिन अतिरिक्त
मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा ने तलब किया था। जहां सभी स्कूल मुखियाओं को
फटकार लगाई गई। उनसे परीक्षा परिणाम खराब आने के कारणों के बारे में पूछा
गया। इस दौरान स्कूल मुखियाओं ने स्टाफ की कमी
समस्या बताई।
इस कारणों को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए
कि वह अपने - अपने इलाकों से इन स्कूलों की सूची
बनाकर भेजे। सूची में किसी विषय में कितने बच्चे फेल और पास रहे हैं और
विषय संबधित शिक्षक का नाम। अगर स्टाफ नहीं है तो उसके बारे में सूची बनाकर
विभाग को भेजे। विभाग ने योजना बनाई है कि स्टाफ पूरा होने वाले
के बाद भी परीक्षा परिणाम जिन
स्कूल का खराब रहा है। उन स्कूलों के शिक्षकों को चार्जशीट के घेरे में
लिया जा सकता है।
"जिन स्कूलों में स्टाफ पूरा था। इसके बाद परीक्षा परिणाम खराब रहा है।
उस स्कूलों के विषय संबधित उन शिक्षकों के नाम। किस विषय में कितने बच्चे
फेल हुए है। विभाग ने यह जानकारी उनसे मांगी है। विभाग इन शिक्षकों पर
चार्जशीट करने की योजना बना रहा है।"-- डॉ. यज्ञदत्त वर्मा, जिला शिक्षा
अधिकारी, फतेहाबाद।
यह बताई स्कूल मुखिया ने समस्या
जिन
स्कूल में अध्यापक पूरे थे। उन स्कूल के मुखियाओं ने बताया है कि विभाग ने
शिक्षकों को डेपूटेशन पर लगा कर रखा है। तीन दिन यहां तो तीन दिन दूसरे
स्कूलों में उन्हें जाना पड़ता है। इस कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
इन अध्यापकों पर गिर सकती है गाज
गांव बलियाला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में एसओएस विषय एक
सेक्शन 61 में से 17 व दूसरे सेक्शन 34 में से 10 बच्चे ही पास हुए। गणित
95 में से 9 बच्चे ही पास है। हंिदूी में 61 में से 32 और अग्रेंजी में 95
में से 30 बच्चे ही पास है। जबकि इन्हें पढ़ाने वाले गणित अध्यापक मनोज
मेहरा, अंग्रेजी अध्यापिका मंजू आर्य, एसओएस की कांता देवी व जगदीप, साईंस
के तोताराम है। गांव गुरसर के राजकीय हाई स्कूल से गणित अध्यापक अभयराम,
जगजितेंद्र सिंह, अग्रेजी की हर¨वद्र कौर, साईंस के राकेश पर गिर सकती
चार्जशीट के घेरे में आ सकते है। इसी तरह गांव हड़ौली के राजकीय हाई स्कूल
एसएसएम के रामकुमार व महेश कुमार, अंग्रेजी अध्यापक रामकुमार, गणित के मनोज
कुमार , साईंस के संदीप कुमार, हंिदूी अध्यापिका सुमन। गांव कमाना के
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खुश¨वद्र सिंह, विनोद, अजीत कुमार,
मोनिका। गांव एमपी सोत्तर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से शशिबाला,
मनिषा, हरमिंद्र सिंह। इस स्कूल में सामाजिक पढ़ाने वाले अध्यापक का पद
खाली है। सामाजिक में से 70 में से 6 बच्चे ही पास थे। गांव के नागल के
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के रमनिश कौर, सुरेश कुमार, तनवीर सिंह,
वीरपाल। टोहाना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नवनीत,, राज रानी, उषा,
संतोष गुरलाल, कृष्ण, सुनीता, बलबीर, सुशील, कृष्ण, विजय, दीपक। ढाणी
डूल्ट के राजकीय हाई स्कूल के महेंद्र सिंह, पवन कुमार, मो¨हद्र सिंह। इस
स्कूल में एसीटी विषय के शिक्षक का पद खाली है। इस कारण 25 से 5 बच्चे ही
पास हुए हैं। गावं इंदाछोई में 126 में से 6 बच्चे दसवीं में फेल है, लेकिन
स्कूल मुखिया द्वारा विषय संबधित शिक्षकों के नाम नहीं भेजा गया। गांव
ठुईयां के सुरेंद्र सिंह। इस स्कूल में हंिदूी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक का
पद खाली है। गांव दीवाना राजकीय हाई स्कूल के केशुराम। इसमें में भी
हंिदूी, अग्रेंजी, गणित, साईंस विषय संबधित शिक्षकों के पद खाली थे। गांव
चंद्रकलां के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के चरणजीत कौर, मनजीत कौर,
विकास सिंगला, मीनू ठकराल, मनजीत सिंह, श्याम सुंदर, संजीव कुमार, राजेश
कुमार। वह लाधूवास के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विषय संबधित
शिक्षकों की सूची नहीं भेजी गई। इन शिक्षकों को चार्जशीट के घेरे में विभाग
ले सकता है। dj
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