कनीना : सरकारी स्कूलों व शिक्षकों पर लोग पहले से ही अंगुली उठाने में देर नहीं लगाते हैं। पंचायती चुनावों में शिक्षकों की ड्यूटी होने के कारण विद्यार्थियों की पढाई बाधित हो रही है। चुनावी रिहर्सल के चलते सरकारी स्कूलों से अधिक तैनाती की गई है। पहले चरण के बाद दूसरे चरण में भी शिक्षकों की ड्यूटी के चलते अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई की चिंता खाए जा रही है।
अभिभावक ने बताया कि उनके बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा पा रहे हैं। इस बार पहले तो चुनावी शोरगुल में उनकी पढ़ाई बाधित हुई हैं। अब उनकी पढ़ाई शिक्षकों की चुनावों में ड्यूटी के चलते बाधित हो रही है। बोर्ड की ओर से मार्च माह में परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम अभी पूरा भी नहीं हो पाया है। ऐसे में उनका कहना है कि शिक्षकों की तैनाती के दौरान हुई पढ़ाई की क्षति को पूरा करने के लिए परीक्षाओं स्थगित किया जाए ताकि विद्यार्थी बेहतर परीक्षा परिणाम दे सके। अध्यापक नेता केएस वशिष्ठ एवं निर्मल शास्त्री ने बताया कि पंचायत चुनावों में सरकारी स्कूली शिक्षकों की अधिक तैनाती होने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पंचायत चुनावों में अन्य कोई विकल्प भी नजर नहीं आ रहा है। dj 5:16pm
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