चंडीगढ़ : सरकारी स्कूलों में अब नैतिक शिक्षा की पढ़ाई कराई जाएगी। प्रदेश
सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र से ही नैतिक शिक्षा की पुस्तक को पाठ्यक्रम में
शामिल करने का निर्देश दिया है।
शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में इस संबंध में दिशा निर्देश देते
हुए कहा कि पहली से 11वीं कक्षा तक के बच्चों में संस्कारी शिक्षा के
समावेश के लिए नैतिक शिक्षा जरूरी है। बैठक के बाद शर्मा ने बताया कि राज्य
की सभी शैक्षणिक संस्थाओं में शीघ्र ही स्वच्छ प्रांगण, संस्कारी शिक्षा
नाम से एक अभियान चलाया जाएगा। जिन स्कूलों का 10वीं तथा 12वीं कक्षा का
परीक्षा परिणाम पांच प्रतिशत तक रहा है, उनके मुखियाओं को 22 जनवरी को
शिक्षा सदन में बुलाया गया है। उनसे खराब परीक्षा परिणामों के बारे में
रिपोर्ट ली जाएगी तथा भविष्य में सुधार के लिए दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने अपनी सरकारी गाड़ी औसत आधार से ज्यादा चलने पर कहा कि
इसमें कुछ भी गलत नहीं है। काम करेंगे तो गाड़ी चलेगी ही। फिर भी अगर कोई
अनुचित मामला उनके संज्ञान में आया तो वे उचित कार्रवाई करेंगे। dj
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