गोहाना : शिक्षा विभाग के पास बजट के अभाव में प्राध्यापकों को पिछले चार माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन केवल उन टीचरों का रूका हुआ है, जिन्हें आरएमएसए के तहत नियुक्त किया गया है। प्राध्यापकों का कहना है कि वेतन के नाम पर हर माह प्राध्यापकों को केवल आश्वासन मिल रहा है। उन्होंने विभाग से बकाया वेतन दिए जाने की मांग की है।
गोहाना ब्लॉक में करीब 182 प्राध्यापक कार्यरत हैं। इनमें से करीब 35 प्राध्यापकों की नियुक्ति आरएमएसए के अंतर्गत की गई है। इन टीचरों को करीब चार माह से वेतन नहीं मिल रहा है। टीचरों का कहना है कि उन्होंने समय पर वेतन नहीं मिलने के संबंध में कई बार आला अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। उनका कहना है कि चार माह से वेतन नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है। उन्हें घर के दैनिक खर्चों और बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज लेकर काम चलाना पड़ रहा है। टीचरों का कहना है कि विभाग एक तरफ तो स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने की बात करता है, वहीं दूसरी तरफ टीचरों के समय पर वेतन और अन्य आधारभुत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा रहा है। उन्होंने विभाग से बकाया वेतन दिलाने की मांग की है।
"आरएमएसए के पास बजट का अभाव है। जिसके चलते कुछ प्राध्यापकों का वेतन रूका हुआ है। इस बारे में अाला अधिकारियों को सूचित किया हुआ है। वहीं डायरेक्टर के सामने भी इस समस्या को उठाया जाएगा। जिससे प्राध्यापकों को समय पर वेतन मिल सके।''-- सुभाषचंद्र भारद्वाज, बीईओ, गोहाना। db
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