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Saturday, 23 January 2016

लेक्चरार एक,उनकी रेगुलर जॉब के कॉलेज हैं अनेक

यमुनानगर : हरियाणा व हिमाचल के कई कॉलेज अपने वहां पर काम करने वाले लेक्चरार से मिलीभगत करके यूनिवर्सिटी तथा वहां पढ़ने वाले बच्चों के साथ धोखा कर रहे हैं। कॉलेज प्रबंधक की मिलीभगत के चलते एक ही लेक्चरार एक ही समय में कई कॉलेजों में बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा है। जी हां,जगाधरी के एक व्यक्ति द्वारा हरियाणा की कुरुक्षेत्र व रोहतक यूनिवर्सिटी के अलावा हिमाचल की शिमला यूनिवर्सिटी से आरटीआई द्वारा जुटाए गए आंकडों में यह सच्चाई सामने आई है। फिलहाल पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर इस संबंध में एक महिला सहित कई लोगों के खिलाफ मामला तो दर्ज कर अपनी छानबीन तो शुरू कर दी है।
एक शिक्षक पर देश के भावी इंजीनियर,डाक्टर और सैनिक सहित कई अन्य विभागों में जाने वाले युवाओं की बागडोर होती है,लेकिन पैसे के लालच में कई लोग कॉलेज प्रबंधकों के साथ मिलीभगत करके एक ही समय में कई स्थानों पर अपनी नौकरी को दिखाकर न सिर्फ अपने प्रोफेशन के साथ धोखा कर रहे हैं बल्कि यूनिवर्सिटी को भी अंधेरे में रखा जा रहा है। कुछ इसी प्रकार का एक मामला जगाधरी के एक व्यक्ति भावेश अग्रवाल द्वारा उजागर किया गया है। जगाधरी के भावेश अग्रवाल के अनुसार उन्हें पता चला था कि ज्योति गुप्ता नाम की महिला एक ही समय में कई कॉलेजों में काम कर रही है। इस पर उन्होंने हर कालेज में आरटीआई लगाई,लेकिन किसी भी कॉलेज ने उनकी आरटीआई का जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने संबंधित कॉलेज की शिमला यूनिवर्सिटी तथा रोहतक व कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में अलग-अलग आरटीआई लगाई। इस आरटीआई के बाद यूनिवर्सिटी ने संबंंधित कॉलेज को पत्र लिखा। उसके बाद एक-दो कालेज ने उनकी मांगी सूचना पर उन्हें जवाब दे दिया और शिमला तथा रोहतक यूनिवर्सिटी ने उन्हें अपने पास बातचीत के लिए बुलाया। भावेश कहते हैं कि यूनिवर्सिटी के बुलाने पर वह शिमला गए तो वहां के कॉलेज ने अपने दस्तावेज यूनिवर्सिटी में जमा करा दिए थे। वहां जाने पर उन्हें पता चला कि ज्योति गुप्ता के नाम से कॉलेज द्वारा दी जाने वाली सैलरी वहां के पंजाब एंड सिंध बैंक में जमा की जा रही थी। इसी प्रकार से
जब वह रोहतक गए तो वहां से उन्हें बताया गया कि इस महिला की अप्रूवेल लगाई गई है। कॉलेज ने लिखकर दिया कि 2014 से 2015 तक यह महिला उनके कॉलेज में मैथ की सहायक प्रोफेसर रही हैं। भावेश के अनुसार यह महिला जगाधरी के कालेज के अलावा रोहतक,शिमला और हिसार के कई कॉलेज से उन्हें जो जानकारी मिली वह चौंकाने वाली थी। उनके अनुसार सभी कॉलेजों ने इस महिला की अपने पास रेगुलर जॉब करनी दिखाई गई हैं। परंतु सवाल यहीं उठता है कि एक महिला एक ही समय में तीन-चार कॉलेजों में कैसे काम कर सकती है। जब उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से जगाधरी के देवीलाल कॉलेज की जानकारी मांगी तो उन्होंने अपने स्टाफ की पूरी लिस्ट उन्हें दे दी। उनके अनुसार इस प्रकार से काम करके कॉलेज प्रबंधन यूनिवर्सिटी के साथ धोखा कर रहे हैं।
भावेश ने बताया कि वह सारे दस्तावेज इकट्ठे करने के बाद उन्हें लेकर वह पुलिस के पास गए,लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की। उसके बाद उन्होंने कोर्ट में सारे दस्तावेज जमा कराए। कोर्ट ने सारे दस्तावेज देखने के बाद पुलिस को इस बारे में मामला दर्ज करके जांच के आदेश दिए,लेकिन मामला पुलिस ने अभी इसमें किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है।
जांच कर रहे हैं
इस बारे में जब थाना शहर जगाधरी के प्रभारी राकेश कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि इस बारे में सीजेएम कोर्ट से आदेश प्राप्त हुए थे। फिलहाल मामला दर्ज करके जांच की जा रही है। जगाधरी के देवीलाल कॉलेज व अन्य कॉलेज के प्रबंधकों के खिलाफ मामला दर्ज करने वाले पूछे सवाल पर थाना प्रभारी ने कहा कि एक महिला के खिलाफ शिकायत मिली थी कि वह कई स्थानों पर काम कर रही है। महिला सहित कई अन्य लोगों के नाम भी मामले में है। अभी कॉलेजों से रिकार्ड इकट्ठा किया जा रहा है। रिकार्ड की जांच के बाद जो भी कार्रवाई होगी। उसके अनुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।                                           pk

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