फरीदाबाद : राज्य सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) के पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है। अपने तबादलों के लिए चर्चित आइएएस अधिकारी और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के महानिदेशक प्रदीप कासनी पाठ्यक्रम में बदलाव का मसौदा बनाने में जुटे हैं।
अब तक राज्य की 147 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद का पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है। वैसे तो अब तक प्रदीप कासनी के फैसलों से राज्य सरकार असहज ही होती रही है, मगर आइटीआइ के पाठ्यक्रम बदलने के निर्णय पर राज्य सरकार कासनी के साथ खड़ी है। आइटीआइ के मंत्री राव नरबीर ¨सह ने कासनी को शीघ्र ही पाठ्यक्रम तैयार कराने के लिए एक समिति का गठन करने का आदेश दिया है।
औद्योगिक संगठनों से लेंगे सुझाव
आइटीआइ के पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए गठित होने वाली कमेटी राज्य के औद्योगिक संगठनों से उद्योगों की तकनीकी एवं गैर तकनीकी जरूरतों के आधार पर सुझाव लेगी। राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के पाठ्यक्रम पर प्रदेश के आइटीआइ शिक्षक ही सवाल खड़े कर रहे हैं। जो शिक्षक छात्रों की प्लेसमेंट सर्विस से जुड़े हैं, उनसे आइटीआइ विभाग ने फीडबैक भी लिया था। इन शिक्षकों ने स्पष्ट किया था कि जब तक उद्योगों की मौजूदा जरूरत के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार नहीं होंगे, तब तक छात्रों की पूरी तरह प्लेसमेंट नहीं हो पाएगी।
जल्द बदलाव के लिए स्टेट काउंसिल वोकेशनल ट्रे¨नग जरूरी
"हम नेशनल काउंसिल वोकेशनल ट्रे¨नग के पाठ्यक्रम में कोई खामी नहीं निकाल रहे हैं। मगर हम अपने राज्य के छात्रों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए राज्य की अलग स्टेट काउंसिल वोकेशनल ट्रे¨नग बनाना चाहते हैं। इसके गठन से हम समय-समय पर जरूरत के हिसाब से पाठ्यक्रम में बदलाव की प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से कर सकेंगे।"-- प्रदीप कासनी, महानिदेशक, आइटीआइ, हरियाणा।।।
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