भिवानी : प्रदेश के निजी स्कूल संचालकों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। इसके तहत 25 अप्रैल से भिवानी में धरना-प्रदर्शन शुरू करने की घोषणा की है।
उनके अनुसार बेशक स्कूलों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करना पड़े लेकिन वे हार नहीं मानेंगे और जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। निजी स्कूल संचालकों ने नियम 134 ए को तब तक नहीं मानने की बात कही है जब तक सरकार से अनुदान नहीं मिलता।
भिवानी में रविवार को निजी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव एवं भिवानी जिला प्रधान रामअवतार शर्मा ने 50 से अधिक निजी स्कूल संचालकों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंदोलन की घोषणा की। शर्मा ने कहा कि जब तक दिल्ली की तर्ज पर हरियाणा सरकार 1600 रुपये बच्चों के खाते में नहीं डलवाती तब तक कोई दाखिला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों ने किसी तरह की लूट नहीं मचा रखी। निजी स्कूल अपने संसाधनों के जरिए पेरेंट्स से नाॅर्मल फीस लेकर अच्छी शिक्षा देते हैं। कुछ लोग अभिभावकों के नाम पर लोगों को बरगला रहे हैं, मगर वे दबाव में नहीं आएंगे।
कोर्ट ने भी जब निर्देश दिया है कि 3 साल का पैसा बच्चों के खातों में जमा करवाया जाए मगर सरकार ऐसा नहीं कर रही है। शर्मा ने कहा कि सरकार के मंत्री क्या बोल रहे हैं, किसी की समझ में नहीं आ रहा है। जब सरकारी स्कूलों के एक बच्चे पर सरकार इतनी रकम खर्च करती है तो निजी स्कूलों में क्यों नहीं गरीब बच्चों के लिए अनुदान देती। यह सरासर अन्याय है।
शर्मा ने कहाकि सरकार के दो मंत्री कैप्टन अभिमन्यु व राज्यमंत्री घनश्याम दास सर्राफ भी अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि वे किसके साथ हैं व किस तरह से निजी स्कूल संचालकों की मदद करेंगे क्योंकि उनके भी निजी स्कूल हैं।
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