** शिक्षकों को 3 दिन अपने मूल मौजूदा स्कूल में पढ़ाना होगा। वहीं 3 दिन जो नया स्कूल दिया गया है, वहां ड्यूटी देनी होगी
** आने-जाने का खर्चा खुद वाहन करेंगे शिक्षक
फतेहाबाद : स्टाफ की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों में अब उधार के शिक्षकों से काम चलाया जाएगा। गेस्ट टीचर्स को हटाए जाने के बाद स्कूलों में पढ़ाने वालों की कमी हो गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए अब शिक्षा विभाग ने नया फार्मूला निकाला है। स्थाई अध्यापकों को उनकी ड्यूटी के अलावा दूसरे स्कूल में भी पढ़ाना होगा। इसके लिए मौजूदा स्कूल अस्थाई ड्यूटी के तहत मिले स्कूल में तीन-तीन दिन पढ़ाना पड़ेगा। इसे लेकर विभाग ने ड्यूटी बांटना शुरू कर दिया है।
246 गेस्ट हटाए गए थे
शिक्षा विभाग की ओर से हाईकोर्ट के एक आदेश के बाद बीती 31 मार्च प्रदेश भर के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट शिक्षकों को हटा दिया था। इसी कड़ी में फतेहाबाद जिले से 246 अध्यापक हटाए गए थे, जिसके बाद इन स्कूलों में स्टाफ की कमी महसूस की जाने लगी। इससे पहले भी स्कूलों की शिक्षकों की कमी चली रही है। चूंकि नया सत्र शुरू हो गया है, इसके चलते नए दाखिलों को देखते हुए, जिस स्कूल में स्टाफ की ज्यादा कमी है, वहां पूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है।
विभाग के पास नए शिक्षक नहीं है, इसलिए अस्थाई तौर पर कुछ शिक्षकों को अतिरिक्त स्कूल में ड्यूटी देने के निर्देश दिए हैं। नई नियुक्तियां होने तक सभी स्कूलों पढ़ाई ठीक तरीके से चल सके। इन शिक्षकों को 3 दिन अपने मूल मौजूदा स्कूल में पढ़ाना होगा। वहीं 3 दिन जो नया स्कूल दिया गया है, वहां ड्यूटी देनी होगी। इस तरह से स्कूलों में पढ़ाई कराई जाएगी। पहली सूची में शामिल 17 शिक्षकों में से दो का तबादला करते हुए उन्हें दो-दो नए स्कूल दिए हैं।
आने-जाने का खर्चा खुद वाहन करेंगे शिक्षक
इस प्रक्रिया में दो-दो स्कूल का काम देने के साथ ही यह भी शर्त रखी गई है कि किसी भी अध्यापक को आने-जाने का खर्च, टीए डीए आदि नहीं दिया जाएगा। आने-जाने का खर्च खुद को ही वहन करना पड़ेगा। यह ड्यूटी तब देनी होगी जब तक विभाग की ओर से अगले आदेश नहीं जाते या नई नियुक्तियां नहीं हो जाती। ऐसे में अब देखना है कि अध्यापक वर्ग विभाग के इस आदेश को किस तरह से लेता है।
इस प्रक्रिया के तहत खंड शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद कार्यालय की ओर से 17 शिक्षकों की सूची जारी की गई हैं। जिन्हें मूल ड्यूटी के अलावा अतिरिक्त ड्यूटी भी करनी होगी। इसके लिए विभाग की ओर से इन शिक्षकों को तुरंत प्रभाव से दूसरे स्कूल में ड्यूटी पर जाने को कहा गया है। यह पहली सूची जारी की गई है। उम्मीद है जल्द ही कुछ और शिक्षकों को इस तरह से दो-दो ड्यूटियां दी जाएंगी। देखना है कि विभाग का यह फार्मूला कितना कारगर साबित होता है। इस तरह की प्रक्रिया जिले भर में अपनाई जा रही है।
"कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। ग्राम पंचायतों की ओर से बार-बार शिक्षकों की मांग की जा रही है। इसलिए कुछ शिक्षकों को उनके मूल स्कूल ड्यूटी के अलावा एडिनशन ड्यूटी देते हुए अस्थाई तौर पर लगाया गया है। मकसद यही है कि सभी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा मुहैया कराई जा सके।"-- कुलदीप सिहाग, बीईओ, फतेहाबाद। db
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