रतिया : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्टाफ के अभाव के कारण स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या में लगातार कमी हो रही है। स्कूल में हर रोज विद्यार्थी एसएलसी लेकर दूसरे स्कूलों में जा रहे हैं। जबकि नए दाखिलों के चलते विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए थी, लेकिन संख्या आधे से भी कम रह गई है। स्कूल में विद्यार्थियों की घट रही संख्या को लेकर स्कूल प्रशासन भी चिंतित है। इस स्कूल में करीब 1600 विद्यार्थी थे, जिनकी संख्या घटकर अब मात्र 650 रह गई है। समस्या यही रही तो धीरे-धीरे पूरा स्कूल खाली हो जाएगा। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक कुल 56 कर्मचारियों के पद हैं, जिनमें से मात्र 13 कर्मचारी ही हैं। 41 पद लंबे समय से खाली हैं। समस्या को लेकर स्कूल के विद्यार्थी कई बार कक्षाओं का बहिष्कार, तालाबंदी, शहर में प्रदर्शन रोड जाम तक कर चुके हैं, लेकिन शिक्षा विभाग प्रशासन समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे। स्कूल के भवन इंफ्रास्ट्रक्चर पर तो हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन अध्यापकों के अभाव को दूर नहीं किया जा रहा। स्कूल में नए विद्यार्थियों द्वारा दाखिला लेना तो दूर, पुराने विद्यार्थी एसएलसी लेकर जा रहे हैं। कक्षा 11वीं में मात्र 14 विद्यार्थी ही बचे हैं। इसी प्रकार स्कूल में कक्षा छठी में 103, 7वीं में 133, 8वीं में 121, 9वीं में 162, 10वीं में 73, 12वीं में 59 विद्यार्थी हैं। कभी इस स्कूल में इन कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या तीन गुणा ज्यादा थी, लेकिन अब इनमें लगातार कमी हो रही है। स्कूल में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए कुल प्राध्यापकों की कुल 23 पद हैं, जिनमें से 5 पद प्राध्यापक ही तैनात हैं, शेष खाली हैं। इस बारे में प्राचार्य जितेंद्रपाल ने कहा कि समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है। db
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