सिरसा : राजकीय स्कूलों में एक तरफ प्रवेश उत्सव के तहत एडमिशन चल रहे हैं। वहीं कई स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त भी पड़े हैं। दूसरी तरफ राजकीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों की मुआवजा बांटने के लिए भी डयूटी लगाई गई। इससे अध्यापक संगठनों के अंदर रोष है।
खरीफ 2015 में कपास की फसल सफेद मक्खी से खराब हो गई थी। जिसका किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है।
चौपटा तहसील कार्यालय में लगाई डयूटी
किसानों को मुआवजा बांटने के लिए डयूटी लगाई जा रही है। चौपटा उप तहसील कार्यालय में स्टाफ की कमी है। जिसको लेकर नायब तहसीलदार ने दो जेबीटी व एक पीटीआई अध्यापक को मुआवजा बांटने के लिए तैनात किया है। इस कार्य के लिए गांव रूपावास के राजकीय स्कूल से जेबीटी अध्यापक भगत ¨सह, गांव कुम्हारियां के राजकीय प्राथमिक स्कूल से जेबीटी अध्यापक सतपाल ¨सह व गांव लुदेसर के राजकीय स्कूल से पीटीआई अध्यापक पवन कुमार की डयूटी मुआवजा बांटने के लिए लगाई गई है।
नहीं लगा सकते ड्यूटी, किया जाएगा विरोध
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला उपप्रधान सुनील यादव ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों के पहले ही पद रिक्त पड़े हैं। वहीं स्कूलों में एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। जबकि अध्यापकों की डयूटी मुआवजा बांटने के लिए लगाई जा रहीं। शिक्षा विभाग के निर्देशों में भी ऐसा नहीं कि किसानों को मुआवजा शिक्षक बांटे। ये कार्य राजस्व विभाग को होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की डयूटी मुआवजा बांटने से नहीं हटाई गई तो इसका विरोध किया जाएगा।
वर्जन
चौपटा के खंड शिक्षा अधिकारी भगवान दास ने कहा कि मैंने शिक्षकों की डयूटी मुआवजा बांटने के लिए नहीं लगाई है। चौपटा के नायब तहसीलदार ने शिक्षकों की डयूटी मुआवजे बांटने के लिए लगा दी है। जिसका मुझे पत्र द्वारा सूचना मिली है। स्कूलों में शिक्षकों की दिक्कतें तो है। हम क्या करें। dj
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