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Wednesday, 20 April 2016

MIS : अध्यापकों की प्रोफाइल डाटा ऑनलाइन करने की जिम्मेदारी अब प्रिंसिपल हेड टीचर को दी गई

** विभाग की ओर से नए आदेश 
** सरकारी स्कूलों में डाटा ऑनलाइन करने की प्रक्रिया में बदलाव 
फतेहाबाद : सरकारी स्कूलों के अध्यापकों एवं स्टाफ सदस्यों की प्रोफाइल डाटा को एमआईएस के तहत ऑनलाइन करने का काम धीमी गति से चल रहा है। निदेशालय की ओर से बार-बार डाटा ऑनलाइन करने के आदेश के बावजूद काम पूरा नहीं हो पा रहा है। अब शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया में कुछ बदलाव कर दिया है। ऑनलाइन हुए डाटा की वेरीफिकेशन का जिम्मा अब स्कूल प्रिंसिपल हेड टीचर को दिया गया है। इससे पहले यह काम बीईओ डीईओ देखते रहे हैं। 
शिक्षा विभाग के निदेशक की सभी अध्यापकों एवं स्टाफ सदस्यों का प्रोफाइल डाटा पूरी तरह से ऑनलाइन करने का किया जा रहा है। इसे लेकर दो महीने से निदेशालय की ओर से शिक्षा अधिकारियों को बार-बार निर्देश जारी कर इसे जल्द निपटाने को कहा गया है, लेकिन काम पूरा नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से आने वाले समय में तबादले, प्रमोशन की प्रक्रिया में भी देरी होगी। पहले अध्यापक अपना डाटा ऑनलाइन करने में लापरवाही बरत रहे थे। वेरीफिकेशन का जिम्मा शिक्षा अधिकारियों से लेकर स्कूल स्तर पर दे दिया गया है। 
इनको सौंपी जिम्मेदारी 
विभाग ने बीईओ डीईओ से जिम्मेदारी लेते हुए अब सीनियर सेकंडरी स्कूलों में प्रिंसिपल, हाई स्कूलों में हेड टीचर डीडीओ को दी गई है। जो स्कूल स्तर पर शिक्षकों के ऑनलाइन डाटा की अपडेशन वेरीफिकेशन होगा। विभाग ने इस आदेश की सख्ती से पालना करने को कहा है वहीं ऑनलाइन करने काम को शत प्रतिशत कर रिपोर्ट मांगी है। 
इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी यज्ञदत्त वर्मा ने बताया कि अध्यापकों एवं स्टाफ सदस्यों की प्रोफाइल डाटा को एमआईएस ऑनलाइन करने का काम किया जा रहा है। काफी हो चुका है। कुछ काम बाकी है। वेरीफिकेशन को लेकर विभाग की ओर से नए आदेश आए हैं। अब स्कूल मुखिया ही अपडेशन वेरीफिकेशन कर पाएंगे। 
ये होगा फायदा 
डाटाऑनलाइन होने से किसी भी कर्मचारी के तबादले, प्रमोशन, सेवानिवृत्ति आदि को लेकर गड़बड़ी नहीं हो पाएगी। किसी नेता या अफसर की सिफारिश नहीं चलेगी। कंप्यूटर तय नियमों को देखते हुए तबादले आदि के आदेश जारी कर देगा। हर पांच साल तक शिक्षक का जोन बदला जाएगा।                                                db

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