रोहतक: नवचयनित 9455 जेबीटी ने रविवार को मानसरोवर पार्क में प्रदेशस्तरीय बैठक में सरकार से जल्द नियुक्ति देने की मांग की गई। नियुक्तियां नहीं होने पर 24 अप्रैल को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला लिया गया। राज्यस्तरीय महारैली में जेबीटी अपने परिवार के साथ सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान शिक्षकों ने भर्ती प्रक्रिया की वर्तमान परिस्थितियों के बारे में भी विचार विमर्श किया।
बैठक में नवचयनित जेबीटी धर्मेंद्र स्वामी ने कहा कि अगस्त 2014 में जेबीटी की चयन सूची जारी की गई थी, लेकिन अब तक सरकार की उदासीनता के कारण बेरोजगार जेबीटी की नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जेबीटी की भर्ती प्रक्रिया 322 दिनों में पूरी होनी थी, लेकिन 4 साल बाद भी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है।
सीएम भी वादे से मुकरे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 29 मार्च, 2015 को वायदा किया था कि 77 दिनों में जेबीटी की जांच प्रक्रिया पूरी कर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। इसके बाद 21 जून को जब मुख्यमंत्री महोदय को उनका वायदा याद दिलाने के लिए 13 दिन का आंदोलन किया गया तब दोबारा से 31 जुलाई 2015 तक नियुक्ति प्रदान करने का वादा किया गया, लेकिन अब तक यह वादा भी पूरा नहीं हो पाया है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी बार-बार नियुक्ति प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने का वादा किया। उल्लेखनीय है कि 31 मार्च 2016 को हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया को सही ठहराया था। हालांकि आदेश में यह भी कहा था कि दस्तावेजों की जांच के बाद नियुक्ति दी जाए। db
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