** बच्चों को खाना परोसने से पहले अभिभावक खाएंगे मिड डे मील
** एक महीने का तैयार होगा रोस्टर
कैथल : स्कूलों में अब बच्चों के साथ अभिभावक भी खाना खाएंगे। हर रोज किसी न
किसी बच्चे का अभिभावक मिड डे मील की जांच तो करेगा ही, उन्हें मिलने वाले
खाने की मात्र का भी ख्याल रखेगा।
आयेदिन स्कूलों से आ रही शिकायतों के
साथ मिड डे मील में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय ने
सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। पहले मिड डे
मील जांचने की जिम्मेदारी संबंधित स्कूल के किसी अध्यापक की होती थी। अब दो
बच्चों के अभिभावक खाने के समय बच्चों के साथ मौजूद रहेंगे। बच्चों से
पहले वे खाना चखेंगे।
खाने की गुणवत्ता और संख्या की रिपोर्ट भी तैयार
करेंगे। लिहाजा अब स्कूलों में मिड डे मील की घटिया गुणवत्ता के कारण बच्चे
बीमार नहीं पड़ेंगे। मौलिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक ने कहा है कि सरकार
की हिदायतों के अनुसार अध्यापक द्वारा अनिवार्य रूप से खाना चखने के साथ ही
अब दो अभिभावक या कम से कम एक अभिभावक बच्चों को खाना परोसते समय उपस्थित
रहेगा ताकि वह खुद खाना खाकर चेक करे और बच्चों की संख्या को भी प्रमाणित
कर पाए। चाहे वह अभिभावक स्कूल मैनेजमेंट कमेटी का सदस्य न भी हो। सोमवार
को डीइइओ कार्यालयों में यह आदेश पहुंच गए हैं।
धांधली और भ्रष्टाचार पर
लगेगी लगाम
हर स्कूल को मिड डे मील का रोस्टर तैयार करना होगा, जिसमें
उल्लेख किया जाएगा कि किस दिन कौन अभिभावक खाने की जांच के लिए उपस्थित
रहेगा। अभिभावकों द्वारा किए गए अवलोकन का रिकॉर्ड भी एक रजिस्टर में बनाना
होगा। स्कूलों में मिड डे मील में धांधली और भ्रष्टाचार पर भी इससे लगाम
लगेगी। dj
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