** सुविधा : संचार मंत्रालय की इस सुविधा में लोग अपने प्रमाण-पत्रों को सुरक्षित कर सकते हैं
सोनीपत : केंद्रीय माध्यमिक विद्यालय बोर्ड के अंतर्गत पढ़ने वाले विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम अब सुरक्षित रहेगा। स्टूडेंट्स का रिजल्ट और शैक्षिक प्रमाण पत्र हमेशा के लिए वेब वर्ल्ड में सुरक्षित करने के लिए सीबीएसई की ओर से पूरे रिकार्ड को डिजिटल लॉकर में सुरक्षित करने का फैसला किया गया है।
केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत अगले सत्र का रिजल्ट डिजिटल लॉकर से निकाला जाएगा। इसका उपयोग फिर कभी भी कहीं से भी किया जा सकेगा। विदित हो कि यह इलेक्ट्रॉनिक तिजोरी की तरह है। संचार मंत्रालय की इस सुविधा में लोग अपने जरूरी प्रमाण पत्रों को सुरक्षित कर सकते हैं।
आधार कार्ड के जरिए खुलेगा लाॅकर का खाता
इस डिजिटल लॉकर को खोलने के लिए लोगों को पैसे की नहीं बल्कि एक आधार नंबर की आवश्यकता होगी। खाता खोलने के बाद इसमें प्रमाण पत्र रखे जा सकते हैं। किसी को भी अपने प्रमाण पत्रों की फोटो कॉपी भेजने के बजाय लोग डिजिटल लॉकर की यूआरएल लिंक भेज सकते हैं। कंपनी या एजेंसी इसी लिंक से संबंधित प्रमाण पत्रों को देख सकती है।
"यह काफी अच्छी पहल है। इससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। उनका रिजल्ट सुरक्षित रहेगा। विद्यार्थियों को अलग से कोई फोटो कापी आदि कराने की आवश्यकता नहीं होगी। इस बाबत सभी संबंधित स्कूलों को जानकारी दी जा रही है।''-- वीके मित्तल,अध्यक्ष सहोदय, सोनीपत।
अन्य बोर्ड भी चलेंगे इस मुहिम पर
केंद्र सरकार की इस योजना को भविष्य में हर शैक्षणिक बोर्ड पर लागू करने की भी तैयारी है। इस संदर्भ में संचार मंत्रालय की ओर से सभी बोर्ड के प्रतिनिधियों को रिजल्ट सुरक्षित करने के लिए डिजिटल लॉकर अपनाने को कहा गया है। विदित हो कि जुलाई 2015 में डिजिटल लॉकर का वीटा संस्करण जारी हुआ था। उसी के बाद से सीबीएसई इस व्यवस्था को अपनाने की तैयारी में थी और अब मंत्रालय और बोर्ड के बीच समझौता हो गया है। बोर्ड द्वारा 2017 सत्र का रिजल्ट इसी के जरिए घोषित किया जाएगा। इसके बाबत संचार मंत्रालय के निदेशक विनय ठाकुर सीबीएसई अधिकारियों को पत्र भेजा तो सीबीएसई ने इसे संबंधित स्कूलों को अवगत करवा दिया। db
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