फतेहाबाद : प्रदेश में गिरते शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग
ने नया तुगलकी फरमान सुनाया है। इसके अनुसार एक अध्यापक महीने में दो
स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएगा। इसके लिये सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को
पत्र जारी कर दिए गए हैं।
इस फरमान को देखकर लग रहा है कि शिक्षा विभाग
शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं करना चाहता है। प्रदेशभर के स्कूलों में
अध्यापकों की कमी है। इस कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों
को पहले से ही अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है। अब अगर एक शिक्षक दो
स्कूलों में पढ़ाएगा तो बच्चों की पढ़ाई पर इसका असर जरूर पड़ेगा। इसके साथ
ही अध्यापकों को भी काफी परेशानी होगी। एक तरफ तो सरकार व शिक्षा विभाग
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए कई तरह की मूलभूत सेवाएं देने के
दावे कर रहे हैं। इसमें बेहतर शिक्षा, किताबें, वर्दी, मुआवजा, स्मार्ट
क्लास व अन्य कई चीजें शामिल हैं। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शिक्षकों
की भर्ती तो नहीं की जा रही, लेकिन इसे और ज्यादा खराब करने के लिए एक नया
आदेश जरूर जारी कर दिया है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.