कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की ओर से यूजीसी के निर्देशों के
अनुसार लागू किए नए पीएचडी आर्डिनेंस का असर शोध पर दिखने लगा है। इस बार
विश्वविद्यालय के 12 विभागों में एक भी पीएचडी की सीट नहीं है। वहीं सात
विभाग तो ऐसे हैं जिनमें पिछले एक वर्ष में कोई दाखिला नहीं हुआ।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की ओर से 14 जून को प्रवेश परीक्षा के आधार पर
पीएचडी रजिस्ट्रेशन की अधिसूचना जारी की है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की
ओर से पिछले वर्ष विश्वविद्यालयों में पीएचडी के आर्डिनेंस में बदलाव किए
थे।
इन विभागों में नहीं सीट :
कुवि की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार 30
विभागों में 212 सीटें निकाली हैं। इसके अलावा एआइएच, कामर्स, अर्थशास्त्र,
जियोलाजी, हंिदूी, भूगोल, म्यूजिक, मास कम्युनिकेशन, शारीरिक शिक्षा,
राजनीति शास्त्र, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र की ओर से एक भी सीट घोषित नहीं
की गई। इनमें से ही सात विभाग ऐसे हैं जिन्होंने नेट, जेआरएफ के दाखिले के
समय भी कोई सीट नहीं दी थी। इनमें कई विभागों में शिक्षकों ने नाम न छापने
की शर्त पर बताया कि उनसे इस बार सीटें पूछी ही नहीं गई। कुवि प्रवक्ता
अशोक शर्मा ने बताया कि सभी विभागों से जानकारी लेकर ही पीएचडी की सीटें
निकाली गई हैं। तीन जुलाई तब पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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