पानीपत : सरकारी स्कूलों में रिजल्ट
सुधारने को लेकर सरकार ने पहला कदम बढ़ा दिया है। अब सरकारी स्कूलों में पढ़ा
रहे अध्यापकों की 'वार्षिक निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट'(ए.पी.ए.आर.) उनके
पढ़ाने पर भी निर्भर करेगी। यदि रिजल्ट खराब आया तो यह उनकी रिपोर्ट में
दर्ज होगा। स्कूलों के खराब आए परिणाम के बाद शिक्षा विभाग ने यह अहम फैसला
लिया है। इसके तहत सभी जिला शिक्षा अधिकारियों जिला मौलिक शिक्षा
अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब शैक्षणिक
वर्ष के बीच में किसी अध्यापक का तबादला, पदोन्नति या डेपुटशन किसी दूसरे
स्कूल में हो जाता है तो पहले वाले स्कूल की कक्षा का परिणाम किस अध्यापक
की 'वार्षिक निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट' में दर्ज होना चाहिए, इस बारे में
विभाग ने अवधि सिद्धांत लागू करने का निर्णय लिया है। संबंधित शैक्षणिक
वर्ष में किसी कक्षा या विषय को अलग-अलग अवधि में बेशक 3-4 अध्यापकों ने
पढ़ाया हो, परीक्षा परिणाम का श्रेय उसी अध्यापक की वार्षिक निष्पादन
मूल्यांकन रिपोर्ट में भरा जाएगा जिसने उस कक्षा या विषय को सर्वाधिक अवधि
या समय पढ़ाया है।
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