चंडीगढ़ : हरियाणा के राजकीय महाविद्यालयों में तैनात एक्सटेंशन लेक्चरर को
अब यूनिवर्सिटी कैलेंडर के मुताबिक पूरे सत्र के लिए कक्षाएं लेने का मौका
मिलेगा। साथ ही उनसे कार्यालयों का काम भी लिया जाएगा। बदले में उन्हें हर
माह 25 हजार रुपये का भुगतान होगा। प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने
मुहर लगा दी है।1एक्सटेंशन लेक्चरर की हड़ताल के बाद गत फरवरी में ही
शिक्षा विभाग ने हर महीने 25 हजार रुपये देने का फैसला कर लिया था। फैसले
से प्रदेश के करीब तीन हजार एक्सटेंशन लेक्चरर को लाभ होगा, जबकि सरकारी
खजाने पर सालाना 25 करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। शिक्षा
मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि सरकार ने एक्सटेंशन लेक्चरर से किए वादे
को पूरा किया है। जरूरत के अनुसार प्रिंसिपल एक्सटेंशन लेक्चरर को जो भी
जिम्मेदारी सौंपेंगे, वह भी उन्हें निभानी होंगी। नियमित असिस्टेंट या
एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति होने तक उन्हें सेवा में रखा जाएगा। 1सभी
एक्सटेंशन लेक्चरारों को 12 कैजुअल लीव अर्थात एक आकस्मिक अवकाश हर माह
दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जल्द ही उच्चतर शिक्षा विभाग में
रिक्त पदों पर नियमित भर्ती की जाएगी।
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