** 30 सितंबर तक सीटेट पास करने का दिया है आदेश
नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) के आयोजन में हो रही
देरी से दिल्ली के राजकीय स्कूलों में पढ़ा रहे नॉन सीटेट अतिथि शिक्षकों
में बेचैनी का माहौल है। शिक्षा निदेशालय ने नॉन सीटेट अतिथि शिक्षकों को
सितंबर तक परीक्षा पास करने का फरमान सुनाया है। वहीं, इन शिक्षकों का कहना
है कि जब सीटेट परीक्षा के आयोजन को लेकर ही अनिश्चितता बनी हुई है तो वह
इसे कैसे पास कर सकते हैं। इन शिक्षकों का कहना है कि यदि सीबीएसई सीटेट का
आयोजन जल्द नहीं करती है तो उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। दिल्ली
के राजकीय स्कूलों में तकरीबन 17000 अतिथि शिक्षक पढ़ा रहे हैं। इनमें से
से अधिक नॉन सीटेट हैं। 1शिक्षा निदेशालय ने हाल ही परिपत्र (सकरुलर) जारी
कर सभी अतिथि शिक्षकों को एक साल के लिए दोबारा नियुक्ति दी है। वहीं, नॉन
सीटेट शिक्षकों को सितंबर तक परीक्षा पास करने का आदेश दिया है। एक नॉन
सीटेट अतिथि शिक्षक ने बताया कि शिक्षा निदेशालय ने सितंबर तक सीटेट पास
करने को कहा है, लेकिन सीबीएसई ने फरवरी में आयोजित होने वाली परीक्षा का
आयोजन ही अभी तक नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि परीक्षा का
आयोजन सितंबर के बाद हो तो ऐसे में नॉन सीटेट शिक्षकों को नौकरी गंवानी पड़
सकती है। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शोएब राणा का कहना
है कि जब तक सीबीएसई द्वारा सीटेट का आयोजन नहीं किया जाता है, तब तक ऐसे
शिक्षकों को मिली हुई छूट बरकरार रखनी चाहिए। इस मामले को लेकर वह शिक्षा
मंत्री से मुलाकात करेंगे।
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