करनाल : 2011-2013 के जेबीटी की ज्वाइंट मेरिट
लिस्ट बनने के बाद 1259 लो मेरिट नवनियुक्त जेबीटी में से करीब 400 जेबीटी
ने सीएम सिटी मे ओएसडी कैंप के समीप धरना देकर प्रदर्शन सीएम मुर्दाबाद के
नारे लगाए। नवनियुक्त जेबीटी की मांग थी की उनके नियुक्त पत्र को रद्द
किया जाए। उन्हें भी नौकरी पर रखा जाए।
धरने पर बैठे जेबीटी के पास
प्रदर्शन करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई परमिशन होने पर पुलिस प्रशासन
ने कई बार धरना स्थल से उठने की चेतावनी दी। लेकिन जेबीटी धरने पर डटे रहे
और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे। जेबीटी केंडिडेट के मानने पर पुलिस
ने जबरदस्ती जेबीटी को गिरफ्तार कर बस में बैठाना शुरू कर दिया। ऐसा होते
देख सभी जेबीटी भड़क उठे। महिला जेबीटी हाथों में हाथ डालकर सड़क पर बस के
आगे लेट गईं। महिला डीएसपी शकुंतला ने महिला पुलिसकर्मी को बुलाकर उन्हें
भी सड़क से घसीटते हुए बस में भेजना शुरू कर दिया। पुलिस ने करीब एक घंटे तक
असंध थाना और इंद्री थाना में हिरासत में रखा। इसके बाद सभी जेबीटी दोबारा
करनाल शहर के सेक्टर-12 पार्क में एकत्रित हो गए और वहां आमरण अनशन पर बैठ
गए। 1259 नवनियुक्त जेबीटी संयोजक पवन चमार खेड़ा, अजयब सिंह, रविंद्र
पोसपाल, रोमिश, संतोष सिरोए आदि जेबीटी ने बताया कि प्रशासन सरकार ने बिना
उनकी बात सुनने उनके साथ सख्ती की है। यह ठीक नहीं किया है। अब जब तक सरकार
उन्हें नौकरी पर नहीं रखती उनका समाधान नहीं करती तब तक वे सेक्टर-12 के
पार्क में आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।
कोर्ट और मधुबन एफएसएल का फाइनल निर्णय बाकी: पीके दास
शिक्षा विभाग के
एसीएस पीके दास ने बताया कि कोर्ट में दोबारा से अर्जी लगा रखी है। देखते
हैं कि क्या निर्णय आता है। संयुक्त मेरिट लिस्ट का निर्णय भी कोर्ट ने ही
दिया था। अभी काफी सीट खाली हैं, लेकिन वह कोर्ट ने रिजर्व रखी हुई हैं।
कोर्ट का निर्णय आते ही जो अब कट ऑफ से बाहर हुए हैं, वे आसानी से मैरिट
में जाएंगे। इसके साथ ही अभी मधुबन एफएसएल का फाइनल निर्णय भी बाकी है। ऐसे
में जेबीटी को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
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