कुरुक्षेत्र : उच्च शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त प्रवेश प्रक्रिया के तहत
3 जुलाई से दाखिले शुरू हो जाएंगे। लेकिन कुवि परीक्षा शाखा की ओर से
स्नातक का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया। कई विषयों की उत्तर पुस्तिका
जांच कार्य ही पूरा नहीं हो पाया है, जबकि कुवि कुलपति डॉ. कैलाश चंद शर्मा
अधिसूचना जारी कर चुके हैं कि परीक्षा समाप्त होने के 15 दिनों में उत्तर
पुस्तिका की जांच होनी चाहिए।
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से इस बार प्रदेश
के सात विश्वविद्यालयों में संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला
प्रक्रिया को शुरू किया है। जिनमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और महर्षि
दयानंद विश्वविद्यालय दाखिले करेंगे। कुवि की ओर से विद्यार्थियों से
च्वाइस मांगने की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की है। जिसके बाद 3 जुलाई को
पहली सूची जारी कर दी जाएगी। इसमें मात्र तीन दिन शेष हैं। परीक्षा शाखा
के सूत्र इसका कारण उत्तर पुस्तिकाओं का न आना बताते हैं। मामले में डॉ.
कैलाश चंद्र शर्मा ने एक माह पूर्व सभी विभागाध्यक्षों की बैठक लेकर सख्त
निर्देश दिए थे कि परीक्षा के बाद 15 दिनों में उत्तर पुस्तिका जांच दी
जानी चाहिए। जिसके लिए कुवि प्रशासन की ओर से को-आर्डीनेटर भी नियुक्त किए
थे।
खाली रह सकती है स्नातकोत्तर की सीटें :
पहली बार संयुक्त प्रवेश होने
के कारण विभाग ने केवल प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला देने के आदेश दिए
हैं। ऐसे में जो विद्यार्थी पहले दाखिला ले लेंगे उनकी योग्यता की जांच
विभागाध्यक्षों के लिए मुश्किल हो सकती है। स्नातकोत्तर स्तर पर योग्यता
में केवल स्नातक स्तर पर पास होना ही नहीं बल्कि 50 प्रतिशत अंक भी प्राप्त
करना है। ऐसे में जिन छात्रों ने योग्यता पूरी नहीं की वे बाद में
स्नातकोत्तर नहीं कर पाएंगे। जिससे विभागों में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने
के बाद सीटें खाली रहने का अंदेशा बढ़ गया है। वहीं परीक्षा में पिछड़ने
और स्नातक स्तर पर पास होने वाले छात्र दाखिला से वंचित रह जाएंगे।
कुवि
प्रवक्ता डॉ. अशोक शर्मा ने बताया कि स्नातक की उत्तर पुस्तिकाएं की जांच
प्राथमिकता के आधार कराई जा रही है। प्रशासन की पूरी नजर परीक्षा परिणाम पर
है जल्द ही परिणाम की घोषणा की जाएगी।
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