सिरसा : जिलों में निरक्षरों को साक्षर करने में जुटे 5100 शिक्षा
प्रेरकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बुधवार से प्रेरकों की लोक शिक्षा
केंद्र में हाजिरी नहीं लगवाई जाएगी। वर्ष 2012 में शुरू हुआ साक्षर भारत
मिशन 7 जून 2017 को बंद हो जाएगा, जिससे प्रेरकों का अनुबंध भी समाप्त हो
जाएगा। इस संबंध में साक्षर भारत मिशन के निदेशक सेकंडरी एजुकेशन ने सभी
एडीसी को सेवाएं समाप्त करने निर्देश जारी किए हैं। पिछली हुड्डा सरकार ने
साक्षर भारत मिशन के अंतर्गत 2012 में हरियाणा के 10 जिलों में इनकी
नियुक्ति की थी।
नौ माह से नहीं मिला
था मानदेय
शिक्षा का उजियारा फैलाने में जुटे शिक्षा प्रेरकों
को बीते नौ माह से मानदेय नहीं मिला था। संघ के अध्यक्ष भगवत कौशिक के
अनुसार राज्य साक्षरता प्राधिकरण मिशन अथॉरिटी हरियाणा का साक्षर भारत मिशन
केवल कागजों तक सिमट कर रह गया। शिक्षा प्रेरकों को पिछले नौ माह से
मानदेय का एक भी पैसा नहीं मिल पाया। पांच साल से लोक शिक्षा केंद्रों का
भी खर्च नहीं मिला है।
"6 जून को निरक्षरों को साक्षर करने के लिए रखे गये
प्रेरकों की सेवाएं समाप्त करने के लिए निर्देश मिले हैं। लोक सेवा
केंद्रों में तैनात प्रेरकों की बुधवार से हाजिरी नहीं लगेगी।"-- डॉ.
भूपेंद्र देव, जिला संयोजक, सिरसा।
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