** एमएचआरडी की ओर से हो रहे नेशनल अचीवमेंट सर्वे में रोहतक पिछड़ा
रोहतक : एमएचआरडी के निर्देश पर 13 नवंबर को
जिले में 172 स्कूलों में मुखिया बच्चों पर नेशनल अचीवमेंट सर्वे कराया गया
था, लेकिन सर्वे करने वाली टीम ने 172 की बजाय 202 स्कूलों की रिपोर्ट
बनाकर दे दी। एक माह से चल रही प्रक्रिया में रिपोर्ट के सत्यापन के दौरान
30 स्कूलों का इजाफा होने पर जिले के अफसरों में हड़कंप मच गया। डीईईओ ने
आनन-फानन में डीपीसी अन्य जिम्मेदारों को लगाकर गड़बड़ी का पता करने को कहा।
एक माह बीतने को है और अभी तक एमएचआरडी को रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है।
वहीं, विभागीय जानकार बताते हैं कि यह सर्वे रिपोर्ट डीईईओ कार्यालय से एक
सप्ताह पूर्व भेज दी जानी थी, लेकिन 30 स्कूलों का अंतर बढ़ने का पता करने
में समय बीत गया। अब रिपोर्ट को अपडेट करने में जिम्मेदार जुटे हैं।
3452 विद्यार्थियों को सर्वे में किया था शामिल
स्कूलों की
शैक्षिक गुणवत्ता, स्तर विद्यार्थियों का लर्निंग लेवल जांचने के लिए जिले
में एक दिन में कराए गए नेशनल अचीवमेंट सर्वे में 172 स्कूलों के 3452
विद्यार्थियों 311 अध्यापकों को शामिल किया गया था। विद्यार्थियों द्वारा
बहु विकल्पीय प्रश्नों के दिए गए जवाब के आधार पर लर्निंग लेवल तय किया
जाना है। मूल्यांकन रिपोर्ट से ही जिले की वास्तविक शैक्षिक स्थिति का आकलन
किया जाएगा। नेशनल अचीवमेंट सर्वे में कंसाला गांव में स्थित राजकीय कन्या
वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मुंगान गांव में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक
विद्यालय भालौठ गांव स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सहित
जिले के 172 स्कूलों में 237 फील्ड इंवेस्टीगेटर्स ने 3, 5 8वीं कक्षा के
विद्यार्थियों से सवाल पूछे गए थे।
"सर्वे के आंकड़ों में आॅनलाइन
फीडिंग के दौरान ही स्कूलों की संख्या में अंतर पाया गया है। 172 की बजाय
202 स्कूलों की सर्वे रिपोर्ट मिली है। इसमें सुधार कराया जा रहा है। जल्द
ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। संभावना है कि जल्द ही जिले की
मूल्यांकन रिपोर्ट मिल जाएगी।"-- रामअवतार शर्मा, जिला परियोजना समन्वयक
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