समालखा : बच्चों के कंधे से बस्ते का बोझ कम करने के लिए बैग लैस योजना
शुरू की गई है। यह अभी पहली कक्षा में लागू की गई है। खंड के भापरा
प्राथमिक पाठशाला का चयन होने पर उसमें पहली कक्षा के बच्चों के लिए लॉकर
का निर्माण हो रहा है। बच्चे इन्हीं लॉकर में अपने बैग रखकर घर जाएंगे।
एक
तरफ शनिवार का दिन खेलकूद जैसी क्रियाओं के लिए निर्धारित किया हुआ है,
वहीं अब पहली कक्षा से ही बच्चों को बैग फ्री करने की योजना शुरू की गई है।
इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार ने प्रदेश के 22 जिलों के करीब
120 खंड से प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा के बच्चों के लिए लाकर बनाने के
लिए प्रपोजल मांगा था। एसएसए की ओर से सभी स्कूलों को बजट जारी किया गया
है। खंड से भी उक्त योजना में भापरा स्थित प्राथमिक पाठशाला को चयनित किया
गया था।
जाली लगाने का हो रहा काम
बीईओ बृजमोहन गोयल ने बताया कि खंड से
भापरा स्थित प्राथमिक पाठशाला को बैग लैस के लिए चयनित किया गया है। पहली
में पढ़ने के लिए आने वाले 65 बच्चों के लिए गेट के पास वाले कमरों में ही
लॉकर बनाए जा रहे हैं। हाल में उनके ऊपर जाली लगाने का काम हो रहा है।
इसमें बच्चे छुट्टी के बाद अपना बैग रखकर जाएंगे और सुबह आने पर निकाल
लेंगे। शुरुआत में पहली कक्षा को लेकर इस योजना को लागू किया गया है। यदि
ये सफल होती है तो 2 व 3 कक्षा में भी लागू किया जा सकता है।
रंग से
रखेंगे पहचानबीईओ ने बताया कि पाठशाला में बच्चों के बैग को लेकर बनाए जाने वाले लॉकर पर ताला नहीं लगेगा। हर लॉकर का रंग अलग अलग होगा। रंग से ही बच्चे अपने लाकर ही पहचान रखेंगे।
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