अंबाला शहर : चार साल बाद आखिरकार फिर से शिक्षा निदेशालय को बैकफुट पर आना
पड़ा। खराब परीक्षा परिणाम से जूझ रहे विभाग ने पुराने र्ढे पर लौटते हुए
दोबारा से 10वीं और 12वीं में प्री-बोर्ड की परीक्षाएं लेने के निर्देश
जारी कर दिए। अलबत्ता, अब न तो किसी भी कक्षा की दिसंबर माह में मासिक
परीक्षाएं होंगी न ही जनवरी माह में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की
मासिक परीक्षाएं हो सकेंगी। हालांकि अन्य सभी कक्षाओं की जनवरी माह में
मासिक परीक्षाएं पहले की तरह ली जाएंगी। न केवल अब पहले की तरह प्री-बोर्ड
की 10वीं-12वीं की परीक्षाएं कराई जाएंगी अपितु इन परीक्षाओं का पूरा
रिकॉर्ड बाकायदा विभागीय वेबसाइट पर भी अपलोड करना होगा। इससे जिले के
10वीं और 12वीं में हमारे होनहारों की स्थिति का बोर्ड के परिणाम से पहले
ही आंकलन लग जाएगी।
दरअसल, हरियाणा शिक्षा बोर्ड पिछले कई सालों से जिले के
होनहार खराब परीक्षा परिणाम के दौर से गुजर रहे हैं। अंबाला की बात करें
तो चार सालों से 10वीं के होनहार 40 फीसदी के आंकड़े को पार नहीं कर पा रहे
हैं। इससे पहले बोर्ड ने सेमेस्टर सिस्टम को खत्म किया था। इसी कड़ी में
शिक्षा निदेशालय ने बोर्ड की तर्ज पर 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड की
परीक्षाएं लेने का निर्णय लिया है। चार साल पहले प्री-बोर्ड की परीक्षाओं
को बंद कर दिया गया था। इनका स्थान प्री-बोर्ड की परीक्षाओं ने ले लिया था।
इस माह किसी भी स्कूल में मासिक परीक्षाएं नहीं होंगी। क्योंकि 23 से
शीतकालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे।
क्यों लेना पड़ा फैसला, क्या होगा फायदा
खराब परिणाम से जूझ रहे शिक्षा विभाग के ¨प्रसिपल व जिलास्तर के अधिकारी प्री-बोर्ड की परीक्षाएं कराने के लिए पिछले साल से निदेशालय से पत्रचार कर रहे थे। निदेशालय भी समय-समय पर इस तरह की फीडबैक मांग रहा था। जब हर जगह से प्री-बोर्ड की मांग उठी तो निदेशालय को मजबूरी में दोबारा इसी र्ढे पर लौटना पड़ा। इससे विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी तो कर ही सकेंगे साथ ही परीक्षा के डर से उभरने में भी उन्हें मदद मिलेगी। क्योंकि प्रश्न पत्र पूरे सिलेबस पर आधारित रहेंगे इसीलिए न केवल विद्यार्थियों को हर विषय पढ़ना पड़ेगा बल्कि शिक्षकों को भी सिलेबस पूरा करना होगा।
"निदेशालय ने अच्छा निर्णय लिया है। निश्चित तौर पर इसका प्रभाव बोर्ड के परिणाम पर भी दिखाई देगा। प्री-बोर्ड की परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को पूरा सिलेबस पढ़ना पड़ेगा। जनवरी के अंत में या फरवरी के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड की परीक्षाएं हम करा देंगे। करीब चार साल से प्री-बोर्ड की परीक्षाएं नहीं हो रही थी।"-- सुधीर कालड़ा, खंड शिक्षा अधिकारी।
"निदेशालय ने सही समय पर यह फैसला लिया है। इससे बच्चे बोर्ड की परीक्षाओं की अच्छे से तैयारी कर सकेंगे। प्री-बोर्ड परीक्षा देकर उन्हें यह भी पता चल जाएगी की बोर्ड की परीक्षाओं में किस तरह के प्रश्न आएंगे। नौवीं व 11वीं की भी प्री-वार्षिक परीक्षाएं होनी चाहिएं ताकि वह भी इसी तरह तैयारी कर सकें।"-- सुरेंद्र मोहन, ¨प्रसिपल बलदेव नगर सीनियर सेकेंडरी स्कूल।
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