सोनीपत : शिक्षकों की कमी की समस्या को दूर करने
के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई पहल की है। जिसके अंतर्गत अब विभाग अपने
प्रदेश ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों के भी सेवानिवृत शिक्षकों की सेवाएं
लेगा। इस कड़ी में शुरू किए गए सुगम शिक्षा पोर्टल पर अब दूसरे राज्यों के
रिटायर्ड टीचर भी स्कूलों में अध्ययन करवाने के लिए अप्लाई कर सकेंगे। इससे
जहां विभाग को शिक्षकों की कमी को दूर करने का मौका मिलेगा तो वहीं दूसरी
ओर पुन: रोजगार चाहने वाले शिक्षकों को फिर से स्कूलों से जुड़ने का अवसर
मिलेगा। जानकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों में
सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं लेने के लिए हाल ही में पोर्टल तैयार किया
था।
"सेवानिवृत शिक्षकों को रोजगार एवं बच्चों को शिक्षक उपलब्ध करवाने
की यह एक बढ़िया योजना है। विभाग इसके लिए पैनल तैयार करवा रहा है। योजना
पूरी तरह से पारदर्शी है। स्कूल सीधे टीचरों से संपर्क कर सकते हैं और टीचर
भी स्कूल में जाकर माहौल देख सकते हैं।"-- सुमन नैन,डीईओ सोनीपत।
टीचरों को मोबाइल पर मिलेगी सूचना
आवेदन
करने वाले शिक्षकों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद मोबाइल नंबर पर सूचना
मिलती है। रजिस्टर्ड नंबर पर शिक्षकों को यूनिक आईडी पासवर्ड भेजा जाता है।
शिक्षकों को पोर्टल पर पूरी जानकारी भरनी होती है। जिस पर ऑटोमैटिकली
मेरिट सूची तैयार हो जाती है।
बजट जारी : मौलिकशिक्षा अधिकारियों को
25-25 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। प्रदेश में इस योजना के लिए पहले
150 करोड़ की ग्रांट जारी की गई थी। जिनमें 100 करोड़ की ग्रांट एलीमेंट्री
के लिए 50 करोड़ की ग्रांट सेकेंडरी के लिए दी गई थी।
इस प्रकार किया जा सकता है आवेदन
स्कूलों में
शिक्षकों की कमी होने पर स्कूल मुखिया ऑनलाइन सेवानिवृत्त शिक्षकों की
सेवाएं ले सकते हैं। इसके लिए मुखियाओं को एमआईएस पोर्टल पर लॉगिन करना
होगा। इसके बाद उपलब्ध पैनल में मौजूद शिक्षकों का चुनाव करना होगा।
सुगम
योजना : सरकारीस्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए निदेशालय ने
'सुगम शिक्षा' योजना तैयार की थी। इसके तहत नौकरी से सेवानिवृत्त होने के
बाद शिक्षकों को दोबारा से पढ़ाने का मौका दिया जाता है।
अब स्कूल मुखिया की भी हो सकेगी नियुक्ति
सुगमशिक्षा
पोर्टल के जरिये अब एलीमेंट्री हेड प्राइमरी हेड टीचर भी लगाए जा सकेंगे।
जिससे अधिकारी वर्ग भी इस योजना का हिस्सा बन सकेगा।
योजनानुसार टीचर
एक दिन के लिए भी स्टडी करवाते हैं तो उन्हें एक दिन का भी वेतन मिलेगा।
किसी टीचर के अवकाश पर जाने पर भी टीचर उसकी जगह पढ़ाने के लिए अप्लाई कर
सकते हैं। इस योजना का मुख्य लाभ चाइल्ड केयर लीव पर जाने वाली शिक्षिकाओं
को ध्यान में रखकर मिल रहा है, क्योंकि वे एक माह से लेकर एक साल तक भी
अवकाश पर रहती है। योजना के तहत अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक रिटायर्ड टीचरों
को मौका मिलेगा।
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