भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने पुरानी नीति में फेरबदल कर
री-चेकिंग के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है। यदि
री-चेकिंग में अंक बढ़े तो बढ़े हुए अंकों का फायदा मिलेगा और यदि नहीं
बढ़े तो पहले वाले अधिकतम अंकों को ही मान्यता दे दी जाएगी। इस नए बदलाव से
री-चेकिंग के लिए हर साल आवेदन करने वाले हजारों छात्रों के साथ बोर्ड को
फायदा होगा।
बता दें कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की वार्षिक
परीक्षाओं के बाद रिजल्ट आने पर हजारों छात्र री-चेकिंग के लिए आवेदन करते
हैं। उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में कई बार अंकों का जोड़ सही नहीं होता और
पुन: जांच के बाद छात्रों के अंक बढ़ जाते हैं। हालांकि कई बार स्थिति
उल्टी भी हो जाती है। बढ़े हुए अंक कम भी हो जाते हैं। मगर अब हरियाणा
विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने छात्रों के प्रति उदारता बरतनी शुरू कर
दी है। री-चेकिंग के नियम में एक बार फिर से बदलाव कर दिया गया है। इस
बदलाव के मुताबिक अब अधिकतम अंकों को ही माना जाएगा। ऐसे में छात्रों को
पुन: जांच करवाने से डरने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि इससे बोर्ड को भी
फायदा होगा। क्योंकि पुराने नियम की वजह से री-चेकिंग के लिए आवेदन करने
वालों की संख्या घटने लगी थी। अब बोर्ड प्रशासन ने छात्रों का डर निकाल
दिया है। ऐसे में आवेदन संख्या में बढ़ोतरी होगी तो फीस के रूप में बोर्ड
को आर्थिक फायदा भी होगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के
चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि री-चेकिंग नियम में बदलाव किया है।
पुराना नियम छात्र हित में नहीं था।
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