हिसार : शिक्षक बनने के लिए केंद्रीय स्तर पर एक ही पात्रता परीक्षा आयोजित
होने चाहिए। जिसे पास करने के बाद किसी भी प्रदेश का युवक देश में कहीं पर
भी शिक्षक लगने की योग्यता हासिल कर सके। राष्ट्रीय स्तरीय पात्रता
परीक्षा प्रणाली की वकालत सांसद दुष्यंत चौटाला ने की है। चौटाला ने
शुक्रवार को इस मांग को लोकसभा में उठाया। उन्होंने मांग की कि शिक्षक
पात्रता परीक्षा के प्रमाणपत्र की मान्यता कम से कम 10 वर्ष होनी चाहिए।
चौटाला ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री से से मांग की कि केंद्र सरकार
एनईईटी (नीट) व जेईई की तर्ज पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) को देश भर
में समानता से लागू किया जाए।
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