** सरकारी स्कूलों का शिक्षा स्तर सुधारने के लिए विभाग की नई पहल, टेस्ट के दौरान होगी वीडियोग्राफी , विशेष टीम रखेगी निगरानी
** मुख्यमंत्री की ओर से ट्वीट में नकल की रोकथाम के लिए किया गया आह्वान।
हिसार : सरकार ने सरकारी स्कूलों पर नकेल कसने की शुरू कर दी है। स्कूलों
में मासिक टेस्ट के दौरान सबसे ज्यादा नकल की शिकायतें शिक्षा विभाग को मिल
रही थी। इसी पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने नो चिटिंग कैंपेन शुरू किया
है। इसके लिए विशेष सीक्रेट टीम बनाई गई है। सीक्रेट टीम स्कूलों में
वीडियोग्राफी करेगी और इसी वीडियो क्लिप सरकार के पास भेजा जाएगा।
बता
दें कि सभी स्कूलों में मासिक टेस्ट के दौरान धड़ल्ले से नकल चलती है। इस
कारण मासिक टेस्ट का परिणाम तो बेहतर आता है, लेकिन बोर्ड या फिर वार्षिक
परीक्षा के परिणाम में विद्यार्थी फिसड्डी सिद्ध हो जाते हैं। इतना हीं
नहीं, इस बार सरकार ने शिक्षा विभाग को एक खास निर्देश दिए है, जिसमें अगर
जांच के दौरान कोई भी स्कूल दोषी पाया जाता है तो उनकी निरीक्षण की सीडी
सरकार को भेज दी जाएगी, जिसके बाद स्कूल मुखिया से लेकर संबंधित विषय के
शिक्षक पर गाज गिरनी तय है। इस संदर्भ में, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी
ट्वीट कर अपना संदेश आमजन तक पहुंचाने का प्रयास किया, ट्वीट के माध्यम से
उन्होंने शिक्षकों से अपील की है कि वे विद्यार्थियों को नकल करने की बजाय
मेहनत करने की शिक्षा दें। तभी शिक्षा स्तर पर प्रदेश अव्वल पायदान पर
पहुंच पाएगा।
मासिक टेस्ट के अंकों में हो रही थी हेराफेरी: फिसड्डी
रिजल्ट वाले सरकारी स्कूलों पर सरकार की खास नजर है। इससे बचने के लिए
स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों के मासिक टेस्टों के अंकों में हेरफेर कर रहा
था। ताकि स्कूल प्रबंधन सरकारी की नजर में वाही-वाही लूट सकें। लेकिन सरकार
से लेकर शिक्षा विभाग को मासिक टेस्टों में अंकों से छेड़छाड़ की कई बार
शिकायत मिल रही थी। जिस पर सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए जिले स्तर पर
सीक्रेट टीम का गठन करने का फैसला लिया है। जिससे यह पता लगेगा कि सरकार को
भेजी गई फाइल रिपोर्ट वाकई सच है या फिर पूरी तरह गलत है।
इन मानकों पर
रिपोर्ट तैयार करेगी टीम
- कक्षा में विद्यार्थी किस ढंग से बैठे हैं।
- कक्षा में शिक्षक मौजूद है या नहीं।
- अभिभावक स्कूल से बाहर है या फिर अंदर ।
- मासिक टेस्ट में अलग अलग कक्षाओं के विद्यार्थियों के क्या अंक है।
- विद्यार्थियों से सवाल पूछकर उनका बौद्धिक स्तर पर परखना
- सरकार को भेजी गई रिपोर्ट कितनी धरातल से मेल खाती है, यह भी टीम को परखना होगा।
"दिसंबर में होने वाली मासिक टेस्ट पर सरकार की खास नजर है, इसके लिए
सीक्रेट टीम का गठन कर दिया जाएगा। वीडियो से लेकर पोस्ट में शिक्षकों को
टेस्ट में नकेल न होने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। सीक्रेट टीम की
पूरी प्रक्रिया वीडियो में कैद कर सीडी को सरकार को सौंपी जाएगी। दोषी पाए
जाने पर स्कूल मुखिया से लेकर संबंधित विषय के शिक्षक के खिलाफ सख्त
कार्रवाई की जाएगी।"-- हर्षाली दलाल, सुशासन सहयोगी।
नो चीटिंग की
प्रणाली पर काम करेगी सीक्रेट टीम
जिले स्तर पर बनाई जाने वाली सीक्रेट
टीम नो चीटिंग की प्रणाली पर काम करेगी। वे स्कूल मुखिया, गुरुजी और
विद्यार्थियों को नकेल न करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी। साथ ही उनसे
होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी सभी को अवगत करवाएगी। सीक्रेट टीम
में सभी सदस्यों के नाम भी सीक्रेट रखने के लिए विभाग को कड़े आदेश दिए जा
चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने नकल मुक्त परीक्षा पर यह किया ट्वीट
मुख्यमंत्री
मनोहर लाल ने यह ट्वीट किया है कि हरियाणा को सक्षम और सशक्त बनाने में
अध्यापकों की प्रमुख भूमिका है। मैं सभी अध्यापकों से अपील करता हूं कि
परीक्षाओं में बच्चों को नकल न करने की सीख दें, जिससे प्रदेश के बच्चों की
बौद्धिक क्षमता का विकास हो तथा प्रदेश के विद्यालयों में आदर्श वातावरण
विकसित हो।
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