चंडीगढ़ : हरियाणा में 5.32 लाख युवा ऐसे हैं, जो रोजगार के लिए सरकार के
दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। इनके नाम रोजगार कार्यालयों में दर्ज है।
सरकार ने राज्य के 2 लाख लोगों को रोजगार देने की समय सीमा तय कर दी है।
श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी ने रोजगार अधिकारियों की
समीक्षा बैठक में 31 दिसंबर 2018 तक प्रदेश के 2 लाख बेरोजगार युवाओं को
रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसके तहत युवाओं को
सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार दिलाने के साथ ही स्वरोजगार के लिए
बैंकों से ऋण मुहैया कराया जाएगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य
मंत्री ने प्रदेश स्तर पर ‘सक्षम हरियाणा निगरानी कक्ष’ स्थापित करने का
सुझाव दिया है। यह निगरानी कक्ष युवाओं को रोजगार एवं प्रधानमंत्री मुद्रा
योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराने के मामलों की मानीटरिंग करेगा।
नायब सैनी
के अनुसार राज्य के 10 स्थानों पर मेगा जॉब फेयर लगेंगे, जिनमें बड़ी
संख्या में युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रयास होंगे। इस वर्ष अप्रैल से अब
तक रोजगार मेलों के माध्यम से 7938 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका
है। राज्य मंत्री ने 5.32 लाख बेरोजगार युवाओं का शैक्षिक एवं अन्य
रिकार्ड 15 जनवरी 2018 तक सत्यापित करने के निर्देश दिए हैं। गैर सत्यापित
बेरोजगार युवाओं से संबंधित रिकार्ड को भी 31 मार्च तक प्रमाणित करने को
कहा गया हैं। सभी बेरोजगारों का पंजीकरण आधार नंबर से जोड़ा जाएगा। इसके
बाद इन बेरोजगारों को हुनर युक्त बनाने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण
दिलवाया जाएगा।
नायब सैनी ने सक्षम युवा योजना के तहत युवाओं का मानदेय
प्रत्येक महीने की 15 तारीख तक अदा करने के निर्देश दिए। इस समय सक्षय युवा
योजना के तहत 55,306 स्नातक एवं स्नातकोतर युवाओं ने पंजीकरण कराया है,
जिनमें से 41,439 युवाओं का अनुमोदन किया गया है। इनमें से 32,284 युवा
राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं और करीब 25 हजार युवाओं को
बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है।
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