चंडीगढ़: चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर आए शिक्षक पांच साल से अधिक समय के बाद
अपनी सेवाएं नहीं दे सकेंगे। बुधवार को इस मुद्दे पर शिक्षा विभाग के
अतिरिक्त मुख्य सचिव केके खंडेलवाल के साथ यूटी प्रशासन के अधिकारियों की
बैठक में सहमति बन गई है। 1बैठक में चंडीगढ़ कैडर के शिक्षकों का कहना था
कि डेपुटेशन के बाद टीचर हरियाणा में प्रमोशन पाते है और वहां पर काम करने
के बजाए सीधे चंडीगढ़ आ जाते है। उनके आने के कारण चंडीगढ़ कोटे के
शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हो पाती है। चंडीगढ़ में 1990 में ज्वाइन करने
वाला टीचर वाइस प्रिंसिपल है, जबकि हरियाणा का वर्ष 2002 की ज्वाइनिंग वाला
टीचर प्रिंसिपल बनकर बैठ जाता है। बैठक में हरियाणा शिक्षा विभाग के
अतिरिक्त सचिव डॉ.केके खंडेलवाल ने स्पष्ट किया कि डेपुटेशन के नियमों को
पूरा पालन होगा।
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