चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों को सरकार
का यह फैसला शायद रास नहीं आएगा। उनकी छुट्टियां कम जो होने जा रही हैं।
प्रदेश सरकार ने घोषित सार्वजनिक अवकाशों में कटौती करने की तैयारी कर ली
है। 5 सार्वजनिक अवकाश (जीएच) को प्रतिबंधित अवकाश (आरएच) में बदलने की
तैयारी है। इस पर सैद्धांतिक तौर पर बुधवार की देर रात सीएम मनोहर लाल
खट्टर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में निर्णय लिया
गया। बैठक में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज
नहीं पहुंचे। शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा देरी से बैठक में पहुंचे
थे। बैठक में मौजूद रहे सूत्रों के अनुसार सार्वजनिक अवकाशों को खत्म करने
पर चर्चा के दौरान महापुरुषों की जयंतियों व पुण्यतिथियों को लेकर भी चर्चा
हुई। जब राव तुलाराम जयंती पर बात छिड़ी तो एक मंत्री ने चुटकी लेते हुए
कहा, इस दिन होने वाले सार्वजनिक अवकाश को खत्म कर दिया जाना चाहिए। इतना
सुनना था कि पीडब्ल्यूडी मंत्री एवं मूल रूप से अहीरवाल के रेवाड़ी के रहने
वाले राव नरबीर सिंह ने तुरंत कहा, क्यों मुझे फंसवाते हो। ऐसा हुआ तो
बहुत बड़ा विरोध खड़ा हो जाएगा। एक बार पूर्व मुख्यमंत्री स्व़ बंसीलाल ने
ऐसा किया था और विरोध के बाद फैसला वापस लेना पड़ा था। बाद में जब उन्हें
(राव नरबीर) को बताया गया कि कोई छुट्टी खत्म नहीं कर रहे, यह तो केवल मजाक
था, तब जाकर कहीं राव साहब को शांति पड़ी। महाराजा अग्रसेन जयंती, स्वामी
विवेकानंद जयंती, महर्षि वाल्मीकि, गुरु रविदास सहित कई महापुरुषों की
जयंती व पुण्यतिथियों को लेकर चर्चा चलती रही।
दीनबंधु सर छोटूराम जयंती पर होने वाले अवकाश पर भी चर्चा हुई पर अवकाश खत्म करने की बात किसी ने नहीं की। जब यह चर्चा चल रही थी, तब तक रामबिलास शर्मा नहीं पहुंचे थे। इस पर एक मंत्री ने कहा, यह सही मौका है। आज पंडित जी भी नहीं हैं, क्यों न परशुराम जयंती का अवकाश खत्म कर दिया जाए। दूसरे मंत्री ने कहा, भाई रहने दो, नहीं तो पंडित जी फरसा निकाल लेंगे। इस बीच रामबिलास शर्मा आ गये। मजाक को आगे बढ़ाते हुए एक मंत्री ने कहा, पंडित जी सही समय पर आ गए नहीं तो हो गया था काम।
हरियाणा में सबसे अधिक अवकाश
हरियाणा देशभर में पहला ऐसा राज्य है, जहां कर्मचारियों की सबसे अधिक 34 सार्वजनिक छुट्टियां हैं। 52 रविवार इतने ही शनिवार के अवकाश अलग से हैं। महापुरुषों से जुड़े अवकाश कम करने के लिए बैठक में मंथन हुआ। इसके बाद 5 सार्वजनिक अवकाशों को खत्म करते हुए इन्हें प्रतिबंधित अवकाश में बदलने का फैसला लिया गया। स्वामी दयानंद जयंती के दिन अब छुट्टी नहीं होगी बल्कि सरकार इस जयंती को सरकारी तौर पर स्कूल-कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में मनाएगी। इसी तरह से बुद्ध जयंती, शहीद उद्यम सिंह जयंती व क्रिसमस-डे के सार्वजनिक अवकाश को प्रतिबंधित अवकाश में बदलने का निर्णय हुआ है। मीठी और बकरा ईद को छोड़कर एक अन्य पर्व से जुड़े सार्वजनिक अवकाश को भी आरएच किया गया है।
दीनबंधु सर छोटूराम जयंती पर होने वाले अवकाश पर भी चर्चा हुई पर अवकाश खत्म करने की बात किसी ने नहीं की। जब यह चर्चा चल रही थी, तब तक रामबिलास शर्मा नहीं पहुंचे थे। इस पर एक मंत्री ने कहा, यह सही मौका है। आज पंडित जी भी नहीं हैं, क्यों न परशुराम जयंती का अवकाश खत्म कर दिया जाए। दूसरे मंत्री ने कहा, भाई रहने दो, नहीं तो पंडित जी फरसा निकाल लेंगे। इस बीच रामबिलास शर्मा आ गये। मजाक को आगे बढ़ाते हुए एक मंत्री ने कहा, पंडित जी सही समय पर आ गए नहीं तो हो गया था काम।
हरियाणा में सबसे अधिक अवकाश
हरियाणा देशभर में पहला ऐसा राज्य है, जहां कर्मचारियों की सबसे अधिक 34 सार्वजनिक छुट्टियां हैं। 52 रविवार इतने ही शनिवार के अवकाश अलग से हैं। महापुरुषों से जुड़े अवकाश कम करने के लिए बैठक में मंथन हुआ। इसके बाद 5 सार्वजनिक अवकाशों को खत्म करते हुए इन्हें प्रतिबंधित अवकाश में बदलने का फैसला लिया गया। स्वामी दयानंद जयंती के दिन अब छुट्टी नहीं होगी बल्कि सरकार इस जयंती को सरकारी तौर पर स्कूल-कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में मनाएगी। इसी तरह से बुद्ध जयंती, शहीद उद्यम सिंह जयंती व क्रिसमस-डे के सार्वजनिक अवकाश को प्रतिबंधित अवकाश में बदलने का निर्णय हुआ है। मीठी और बकरा ईद को छोड़कर एक अन्य पर्व से जुड़े सार्वजनिक अवकाश को भी आरएच किया गया है।
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