.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Sunday, 3 December 2017

9वीं, 11वीं की कॉपी चेकिंग: किसी में बिना जांचे नंबर चढ़ाए, कहीं तय से ज्यादा दिए अंक

** 42 सौ कॉपियों की बोर्ड ने कराई रेंडमली चेकिंग, लापरवाह शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
राजधानी हरियाणा : विद्यार्थियों की साल भर की मेहनत के बाद होने वाली परीक्षा की कॉपियों की जांच कैसे की जा रही है, इसका खुलासा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से रेंडम आधार पर की गई जांच में हुआ है। एक-एक अंक से जहां बच्चे मेरिट पाने से वंचित रह जाते हैं, वहीं यहां तो प्रश्नों को बिना जांचें ही केवल अंक जोड़ दिए बल्कि प्रश्नों के तय अंकों से ज्यादा भी दे दिए। शिक्षकों ने प्रश्नों में दिए अंकों के योग में भी गलती की है। 
नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों की 2100 कॉपियों की हुई जांच में करीब 18 फीसदी कॉपियों में शिक्षकों ने जांचने में गड़बड़ी की है तो 11वीं कक्षा की इतनी ही कॉपियों की जांच में 10 फीसदी में गलती मिली है। बोर्ड की ओर से मार्च, 2017 में हुई परीक्षा के बाद सभी जिलों से रेंडम के आधार पर कक्षा नौवीं और 11वीं की 1000-1000 उत्तर पुस्तिका मंगवाई और उसमें से नौवीं की 2100 और 11वीं की 2103 कॉपियों की जांच की गई। जिसमें यह सब सामने आया है। बोर्ड सचिव धीरेंद्र खड़गटा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे पत्र में स्पष्ट लिखा है कि उक्त जांच रिपोर्ट से यह साफ हो रहा है कि विद्यालय स्तर पर इन परीक्षाओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है कि भविष्य में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में त्रुटियां पाई गई तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ शिक्षा विभाग के निदेशक को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। 
माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक राजीव रत्तन ने बताया कि हां, ऐसी शिकायतें रही हैं। इसे लेकर संबंधित शिक्षक को चार्जशीट करने के साथ चेतावनी भी दी गई है। आगे भी कोई ऐसी गलती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जानिए…कितनी कॉपियों में ...क्या मिली खामियां
कक्षा-9वीं
  • 35 कॉपियां ऐसी पाई गई, जिनमें बोर्ड की ओर से भेजे गए प्रश्न पत्र का इस्तेमाल नहीं हुआ। 
  • 193 कॉपियों में गलत अंकन किया गया। या यूं कहें कि प्रश्न चेक नहीं किए गए। 
  • 140 कॉपियों में दिए गए अंकों का योग ही गलत था। 
  • 8 कॉपियों में प्रश्नों के निर्धारित अंकों से ज्यादा दिए। 
कक्षा-11वीं
  • 136 कॉपियों में दिए गए अंकों का जोड़ ही गलत था। 
  • 65 कॉपियों में गलत नंबर देने, प्रश्न चेक करने जैसी खामियां मिलीं। 
  • 11 कॉपियों में प्रश्नों के निर्धारित अंकों से ज्यादा अंक 

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.