** महर्षि दयानंद सरस्वती, उधम सिंह जयंती और हरियाली तीज पर सार्वजनिक अवकाश नहीं
चंडीगढ़ : सरकार ने कर्मचारियों की छुट्टियों पर तलवार चला दी है। वर्ष-2018 के लिए
शुक्रवार को सरकार ने छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया। जिसके अनुसार 2
छुट्टियां पूरी तरह से समाप्त हो गई हैं, वहीं 4 सार्वजनिक अवकाश को
वैकल्पिक (आरएच) में तब्दील किया गया है। अब सालभर में वैकल्पिक अवकाश तो
12 दिन के होंगे लेकिन कर्मचारी इनमें से ले केवल तीन ही सकेंगे।
जबकि इससे पहले वर्षभर में 2 वैकल्पिक अवकाश लिए जा सकते थे। इस लिहाज से
कर्मचारियों को सीधे 6 छुट्टियों का नुकसान लगा है। 6 छुट्टियां खत्म होने
के बाद भी कर्मचारियों को छुट्टियों का कोई टोटा नहीं है। साल में से लगभग
हर तीसरे दिन छुट्टी होगी। 52 शनिवार और इतने ही रविवार के अलावा सरकार ने
विभिन्न महापुरुषों व विशेष मौकों पर 25 सार्वजनिक अवकाश घोषित किए हैं।
जनवरी में स्वामी विवेकानंद जयंती पर अवकाश होता था लेकिन अब सरकार ने इसे
खत्म कर दिया है। दैनिक ट्रिब्यून ने सबसे पहले सरकार के इस फैसले का
खुलासा किया था। बुधवार देर रात सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में
कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक में छुट्टियां कम करने पर सहमति बनी थी। स्वामी
विवेकानंद जयंती पर अवकाश की बजाय सरकार इस जयंती पर जिला स्तर पर
कार्यक्रम आयोजित करेगी।
बैसाखी पर भी सार्वजनिक अवकाश होता था लेकिन नये कैलेंडर में बैसाखी का
जिक्र ही नहीं है। इसी तरह बुद्ध पूर्णिमा, हरियाली तीज, मुहर्रम और
मिलाद-उन-नाबी ईद-ए-मिलाद के सार्वजनिक अवकाश को वैकल्पिक अवकाश में बदला
है। कैलेंडर के हिसाब से सरकारी कर्मचारियों की वर्षभर में 129 छुट्टियों
के अलावा उनकी सर्विस व पोस्ट के हिसाब से सीएल (केज्युएल लीव) और मेडिकल
लीव लेने का विकल्प अलग से है। अर्नड लीव (ईएल) की भी सुविधा है।
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