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Friday, 2 August 2013

52 गेस्ट टीचर की होगी छुट्टी

**156 जेबीटी शिक्षक हुए सरप्लस 
**नई रेशनेलाइजेशन काउंसलिंग की पड़ी मार, सरप्लस अध्यापकों को नए स्टेशन अलॉट 
जींद  :नई रेशनेलाइजेशन नीति की मार अब अतिथि अध्यापकों पर पड़ेगी। जिले में ही 52 अतिथि अध्यापकों की छुट्टी होना तय है। रेशनेलाइजेशन नीति लागू होने के बाद सरप्लस हुए शिक्षकों को अब दूसरे स्कूलों में खाली पदों पर भेजा जाना है। इसके तहत अब ट्रांसफर हो रहे हैं। शिक्षक जैसे-तैसे अपनी बदलियां रुकवाने या फिर नजदीक के स्टेशन को पानी की जद्दोजहद कर रहे हैं। गुरुवार को डीईओ कार्यालय में सरप्लस हुए जेबीटी शिक्षकों की काउंसलिंग कर उन्हें नए सेंटर अलॉट किए गए। 2 अगस्त को प्रस्तावित मास्टर एंड सीएंडडी की काउंसलिंग फिलहाल टाल दी गई है। 
अध्यापक संघ ने जताया रोष 
जींद. जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते अध्यापक।
रेशनेलाइजेशन नीति में शामिल नियमों को लेकर हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, राजकीय अध्यापक संघ, मास्टर वर्ग एसोसिएशन पहले विरोध जता रही है। गुरुवार को डीईओ कार्यालय में काउंसलिंग का समय निर्धारित था। इस दौरान हरियाणा विद्यालय संघ पदाधिकारियों के साथ शिक्षकों ने नारेबाजी कर रोष जताया। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ राज्य उपप्रधान महताब सिंह जिला प्रधान सतबीर शर्मा ने आरोप लगाए कि पहले तो रेशनेलाइजेशन नीति ही सही नहीं है, वहीं अब स्कूलों की छात्र संख्या तक सही नहीं ली गई है। जिन हेड टीचर या शिक्षकों की रिटायरमेंट के ही एक से डेढ़ साल बाकी हैं, उन्हें भी दूर के स्टेशनों पर भेजा जा रहा है। ब्राह्मणवास के राजेंद्र सिंह ने बताया कि वह पूर्व सैनिक हैं और जेबीटी टीचर के पद पर सवा साल बाद ही उनकी सेवानिवृत्ति होनी है। फिर भी उन्हें अन्य स्टेशन पर भेजा जा रहा है। गहमागहमी के बीच दोपहर को जाकर काउंसलिंग का दौर शुरू हुआ। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग मलिक को बार-बार शिक्षकों के बीच जाकर उन्हें समझाना पड़ा। 
महिला को प्राथमिकता 
नजदीक का स्कूल चुनने में पहले महिला शिक्षकों को प्राथमिकता दी जा रही है। महिला शिक्षकों के बाद 70 प्रतिशत से अधिक विकलांग या विधवा शिक्षक को तवज्जो मिलेगी। इनके बाद सैनिक की पत्नी या फिर अविवाहित को, फिर पति व पत्नी दोनों शिक्षक हैं तो उनको और फिर अन्य सर्विस करने वाले व्यक्तिकी पत्नी को स्टेशन चयन मौका दिया जाएगा। 
28 अतिथि अध्यापक बिना वर्कलोड के 
जिले में 208 जेबीटी गेस्ट टीचर हैं। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार 28 गेस्ट टीचर ऐसे हैं जो कि वर्कलोड ना होते हुए भी स्कूलों में शिक्षा दे रहे हैं और उन्हें हटाया नहीं गया है। अब सरप्लस हुए 156 जेबीटी शिक्षकों में 104 शिक्षक खाली पदों पर जाएंगे। 52 शिक्षकों को एडजस्ट करने के लिए गेस्ट टीचर को हटाया जाएगा। इसके बाद मास्टर और सीएंडडी की भी काउंसलिंग होगी। 
नई रेशनेलाइजेशन नीति के तहत 25 बच्चों पर एक शिक्षक, 25 से 60 बच्चों तक दो शिक्षक, 61 से 90 बच्चों तक तीन शिक्षक, 91 से 120 बच्चों तक चार शिक्षक और 121 से 200 बच्चों तक पांच शिक्षक का प्रावधान किया गया है। इससे जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है, वहां अब शिक्षक सरप्लस हो गए हैं। जिले में नई नीति के तहत 156 जेबीटी शिक्षक और 250 के करीब मास्टर एवं सीएंडडी शिक्षक सरप्लस हुए हैं। सरप्लस हुए शिक्षकों में अन्य स्कूलों में खाली पदों पर भेजा जाना है जहां पद खाली हैं। सरप्लस हुए शिक्षकों को खाली पदों वाले स्कूलों की लिस्ट जारी कर दी है। काउंसलिंग की तिथि निर्धारित कर अब काउंसलिंग का दौर चल रहा है। 
नीति के तहत काउंसलिंग 
"सरप्लस हुए शिक्षकों को अब खाली पदों पर बने स्टेशन पर भेजा जाना है। काउंसलिंग के आधार पर स्टेशन जारी किए जा रहे हैं। महिला शिक्षकों को पहले प्राथमिकता दी जा रही है। स्कूलों की छात्र संख्या जो पहले मिली है उसी के आधार पर काउंसलिंग हो रही है। "-- दिलबाग सिंह मलिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी जींद 


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