** नए सत्र से सिखाए जाएंगे निवेश के तरीके
हिसार :अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (सीबीएसई) के स्टूडेंट्स को बिजनेस एजुकेशन लेने के लिए 11वीं कक्षा तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। बोर्ड के स्कूलों में 9वीं कक्षा से ही बिजनेस के तौर तरीकों की पढ़ाई कराई जाएगी। सीबीएसई अगले सत्र से 9वीं के स्टूडेंट्स के लिए तीन नए कोर्स शुरू कर रहा है। इन कोर्स में एलिमेंट्स ऑफ बिजनेस, बुक कीपिंग एंड अकाउंटेंसी और ई टाइपराइटिंग का नाम शामिल हैं। इन विषयों को अतिरिक्त विषयों के तौर पर पढ़ाया जाएगा।
एलिमेंट्स ऑफ बिजनेस कोर्स के तहत स्टूडेंट्स को बाजार की स्थिति, मंदी के दौरान कम निवेश बेहतर परिणाम, अधिक लागत को कैसे काबू करें व नया कारोबार शुरू करने में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए आदि तमाम पहलुओं के बारे में पढ़ाया जाएगा। इन कोर्स की पढ़ाई 9वीं व 10वीं कक्षा में कराई जाएगी। अभी तक यदि किसी स्टूडेंट को बिजनेस की पढ़ाई करनी हो, तो उसे 11वीं तक इंतजार करना पड़ता था। 11वीं में वह स्टूडेंट कॉमर्स लेकर बिजनेस की पढ़ाई कर सकता था। स्कूल अधिकारियों के मुताबिक इन कोर्स को शुरू करने का मकसद स्टूडेंट्स को नौकरी के साथ साथ नए कारोबार के लिए प्रेरित करना है। अधिकारियों का कहना है कि बुक कीपिंग कोर्स भी कारोबार से जुड़ा हुआ है। इसमें भी खातों के रखरखाव के बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके।
हर टर्म में होंगे 90 अंक
इन्हें हर साल फॉर्मेटिव व समेटिव असेसमेंट में पढ़ाया जाएगा। हर टर्म में दो फॉर्मेटिव असेसमेंट होंगे। दोनों में 10-10 फीसदी अंक निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा हर टर्म में एक समेटिव असेसमेंट होगा, जिसमें 30-30 फीसदी अंक रहेंगे। प्रत्येक टर्म में 90 अंक का पेपर होगा। इसमें दो घंटे की थ्योरी व एक घंटे की प्रेक्टिकल परीक्षा होगी। ये अंक स्टूडेंट्स के कुल अंकों में जोड़े जाएंगे।
"ये कोर्स स्टूडेंट्स की इस अवधारणा को बदलेंगे और उन्हें अपना खुद का कारोबार शुरू करने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके अलावा इन कोर्स से उन छात्रों को काफी फायदा होगा, जो आगे चलकर टॉप बिजनेस स्कूल में एडमिशन लेना चाहते हैं। एडमिशन के समय ये कोर्स उनकी काफी मदद करेंगे।"- -प्रवीण कुमार, प्रिंसिपल, ठाकुर दास भार्गव सीनियर सेकंडरी स्कूल db
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