** शिक्षकों के परिजन अब जुट गए डेपुटेशन रद्द कराने में
सिरसा : सरकार ने पिछड़े खंडों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) खोलकर लड़कियों को शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। लेकिन इसके लिए वह अलग से स्टाफ की व्यवस्था नहीं कर पाया है।फिलहाल लड़कियों को पढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों से स्टाफ को डेपुटेशन पर भेजने का फैसला किया है।
आदेश जारी किए
इसके लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय ने अपनी मनमर्जी से महिला शिक्षिकाओं के आदेश भी जारी कर दिए। लेकिन उनके इस फैसले से महिला शिक्षिकाएं अचंभित हैं। क्योंकि कई टीचरों को 75 से लेकर 80 किलोमीटर का सफर तय करके दूसरे खंड में स्थित केजीबीवी स्कूल पहुंचना पड़ेगा।
जबकि नियमों के अनुसार किसी भी टीचर को डेपुटेशन पर भेजने से पहले उनकी इच्छा पूछी जाती है। निदेशक के आदेशों के बाद अब टीचरों के परिजन किसी तरह से इन्हें रद्द करवाने के लिए जुट गए हैं।
"मौलिक निदेशालय ने बिना सहमति के खंड से बाहर शिक्षकों की डेपुटेशन के आदेश किए हैं।"--बूटा सिंह, जिला सचिव, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ 93।
सरकार ने पिछले क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय खोले हैं। जिले में 6 खंडों में यह स्कूल हैं। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.