भिवानी : जून माह में मास्टर से पदोन्नत होकर हेडमास्टर बने जिले के करीब साढ़े चार सौ हेडमास्टरों को सितंबर माह का वेतन नहीं मिला है। इसका कारण है बजट का खत्म होना। वेतन न मिलने से हेडमास्टरों का बजट गड़बड़ा गया है। जून माह में शहर के साढ़े चार सौ मास्टरों को पदोन्नत कर हेडमास्टर बनाया गया था। इन हेडमास्टरों को शिक्षा विभाग की प्लान स्कीम के तहत वेतन दिया जाना तय हुआ। मगर, प्लान स्कीम में अक्सर बजट की कमी के चलते शिक्षकों को वेतन मिलने में हर बार समस्या खड़ी हो रही है, जबकि नॉन प्लान में बजट की कोई कमी नहीं है। सितंबर का वेतन अभी तक नहीं मिला है, जबकि अक्टूबर का दो सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है। शिक्षा विभाग सूत्रों के अनुसार पदोन्नत होकर बने हेडमास्टर को कुछ समय तक प्लान स्कीम में रखा जाएगा। बाद में पहले वाले हेडमास्टरों की तरह नान प्लान में शामिल किया जाएगा। जब इस बारे में विभाग के एक अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसे किस स्कीम में शामिल करना है यह तो चंडीगढ़ में उच्च अधिकारियों के हाथ में है। यहां कुछ हेडमास्टरों को वेतन दिया गया है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश प्रवक्ता जयबीर नाफरिया, हेडमास्टर को जल्द वेतन दिए जाने की व्यवस्था करनी चाहिए। प्लान स्कीम में बजट की समस्या रहती है तो हेडमास्टरों को नान प्लान में शामिल कर देना चाहिए। प्लान स्कीम में भी बजट की व्यवस्था करनी चाहिए। db
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