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Thursday, 24 October 2013

भड़के कंप्यूटर शिक्षक, आंदोलन का ऐलान


चंडीगढ़ : हरियाणा के स्कूलों में अनुबंध आधार पर कार्यरत कंप्यूटर अध्यापक एवं लैब सहायकों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिलने और निजी कंपनियों की प्रताडऩा से व्यथित कंप्यूटर शिक्षकों व लैब सहायकों ने 10 नवंबर को गोहाना में होने वाली कांग्रेस की शक्ति रैली के मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने का फैसला किया है। आज हरियाणा राजकीय कंप्यूटर अध्यापक व लैब सहायक एसोसिएशन की बैठक में यह निर्णय हुआ।
एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र प्योंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में वेतन नहीं मिलने व सरकार की लगातार अनदेखी पर चर्चा की गई। बैठक में सुरेंद्र प्योंत व प्रदेश महासचिव अजैब ङ्क्षसह ने कहा कि हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए कंप्यूटर अध्यापक व लैब सहायकों को निजी कंपनियों के माध्यम से नियुक्त किया था। पिछले तीन सालों में निजी कंपनियां अपना मनमाना रुख अपना रही हंै।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2013 को प्रदेश के 3000 कंप्यूटर अध्यापक तीन साल स्कूलों के अंदर कार्य करके चले गए, लेकिन विडंबना है कि सात माह के बाद भी वेतन आज तक नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि उच्च विद्यालयों में लैब सहायक निजी कंपनी कोर के माध्यम से नियुक्त किए गए थे। पिछले 18 महीने से लैब सहायक बिना वेतन के कार्य कर रहे हैं और कंपनी मनमाना रुख अपनाते हुए कर्मचारियों का शोषण कर रही है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने लैब सहायकों के लिए चार बार करोड़ों रुपये का बजट कोर कंपनी के खाते में डाला, लेकिन कंपनी कर्मचारियों को न देकर करोड़ों रुपये डकार चुकी है। इस समस्या को लेकर संघ का शिष्टमंडल कई बार मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, अनेक मंत्रियों व उच्चाधिकारियों से मिल चुका है, लेकिन केवल आश्वासन ही दिया गया। पहली अक्तूबर को करनाल दौरे पर आए मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से संघ का शिष्टमंडल मिला, लेकिन मुख्यमंत्री ने कंपनी पर कार्रवाई करने के बजाय संघ के शिष्टमंडल को केवल आश्वासन मात्र ही दिया। अब संघ ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि गोहाना में होने वाली 10 नवंबर की रैली में प्रदेशभर के 3000 लैब सहायक मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाएंगे।      dt

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