** विद्यार्थियों के लिए होंगे काफी फायदेमंद
** आठ जिलों के 40 स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के बाद मिली मंजूरी, नए सत्र से सरकारी स्कूलों में शुरू होंगे तीन और व्यावसायिक पाठ्यक्रम
भिवानी : प्रदेश के लगभग सभी जिलों में किसी न किसी स्कूल में अब विद्यार्थियों को नियमित पढ़ाई के साथ वोकेशनल (व्यावसायिक) कोर्स करने को मिलेगा। प्रदेश में आठ जिलों के 40 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स के पायलट प्रोजेक्ट के बाद अब नए सत्र से करीब 109 स्कूलों में प्रोफेशनल कोर्स शुरू करने को मंजूरी मिल गई है। स्कूलों में सर्वे का काम चल रहा है। साथ ही तीन नए वोकेशनल कोर्स भी नए सत्र से शुरू हो रहे हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने भी नए वोकेशनल कोर्स शुरू करने को मंजूरी दे दी है।
विद्यार्थियों को रोजगार परक शिक्षा देने के लिए सितंबर 2012 में नेशनल वोकेशनल एजुकेशन क्लासिफिकेशन फ्रेम वर्क के तहत प्रदेश के आठ जिलों के 40 स्कूलों में चार वोकेशनल कोर्स शुरू किए गए थे। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऑटो मोबाइल, रिटेल, कंप्यूटर बेस आईटीईएस व सिक्योरिटी कोर्स शुरू किए गए। अब इस स्कीम के तहत तीन और व्यावसायिक कोर्स ब्यूटी एंड वेलनेस, फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स, हेल्थ केयर असिस्टेंट कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इन कोर्सों को अपनी मंजूरी दे दी है।
इन कोर्सों में प्रेक्टिकल वर्क अधिक होने के कारण स्कूलों में अलग से लैब बनाई जा रही हैं। इसके अलावा इन कोर्सों के लिए शिक्षक भी अलग से लगाए जा रहे हैं और पूरा खर्च एचआरडी वहन कर रहा है। विद्यार्थियों के लिए ये कोर्स बिल्कुल फ्री हैं।
"ये कोर्स विद्यार्थियों के लिए बेहद किफायती साबित होंगे। इनमें प्रेक्टिकल वर्क पर जोर दिया जाता है, जिससे विद्यार्थी बेहतर तरीके से सीखते है। प्रथम लेवल खत्म होने के बाद विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि असेसमेंट के लिए आए थे और उन्होंने काफी सराहा है। पहले 40 स्कूलों में चार कोर्स थे और अब तीन और कोर्स शुरू किए जा रहे है।"--मनीराम डबास, इंचार्ज, एनवीईक्यूएफ, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड सेल
"एनवीईक्यूएफ स्कीम के तहत इस बार करीब एक सौ स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। कुछ नए विषय भी शुरू किए जा रहे हैं। ये कोर्स विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।"-- डा. अंशज सिंह, सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
इन कोर्सों को पोस्ट ग्रेजुएट करने की भी है योजना
फिलहाल स्कूलों में शुरू किए जा रहे वोकेशनलल कोर्स नौंवी कक्षा से शुरू हो रहे हैं, जोकि 12वीं कक्षा तक पूरे होंगे। दो साल में ही विद्यार्थियों को इतना ट्रेंड कर दिया जाता है कि वे कहीं भी उक्त कोर्स से संबंधित जॉब के लिए तैयार होते हैं। मगर, आगे प्लानिंग वोकेशन पोस्ट ग्रेजुएट तैयार करने की भी चल रही है। 12वीं के बाद भी विद्यार्थी कॉलेज में अपने इस वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई जारी रख सकेंगे और जब तक वह नियमित पढ़ाई में स्नातकोत्तर करेगा, वह उक्त वोकेशनल कोर्स में भी स्नातकोत्तर हो जाएगा।
हमारे स्कूलों का दौरा कर रहे अन्य राज्यों के प्रतिनिधि
राष्ट्रीय स्कीम के तहत ये वोकेशनल कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 2012 में चार राज्यों हरियाणा, असम, हिमाचल प्रदेश, बंगाल के विभिन्न स्कूलों में ये वोकेशनल कोर्स शुरू किए जाने थे, मगर हरियाणा को छोड़ किसी प्रदेश में इस स्कीम पर काम शुरू नहीं हुआ। हरियाणा में बेहतर तरीके से शुरू होने के बाद अब अन्य राज्यों के प्रतिनिधि अपने यहां वोकेशनल कोर्स शुरू करने के लिए प्रदेश के एनवीईक्यूएफ सेल पदाधिकारियों से बातचीत कर स्कूलों का भी दौरा कर रहे हैं। db
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