** सरकारी स्कूल की दूसरी कक्षा के पाठ्यक्रम में नहीं पलवल जिले का जिक्र, शिक्षक भी पढ़ा रहे हैं बच्चों को केवल 20 जिले
हिसार : सरकारी स्कूलों के बच्चों से कोई यह प्रश्न पूछें कि हरियाणा में कितने जिले हैं। बच्चे तुरंत उत्तर देंगे कि 20। इसमें बच्चों की गलती नहीं है। क्योंकि सरकारी स्कूलों में बच्चों को हरियाणा के 20 जिले पढ़ाए जा रहे हैं। किताबों में पलवल जिला गायब है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दूसरी कक्षा की वर्क बुक में हरियाणा के मानचित्र में केवल 20 जिले ही दिखाए गए हैं।
न तो मानचित्र और न ही किताब में पलवल जिले (21) का कहीं वर्णन नहीं है। यह पाठ्यक्रम वर्क बुक में पेज नंबर एक पर है। पुस्तकों की छपाई का ठेका लेने वाली फर्म की गलती से प्रदेश के बच्चों अब हरियाणा के 20 जिले ही पढ़ रहे हैं। फर्म की गलती का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। खास बात है कि स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर भी इस त्रुटि से अनजान है। वे भी चुपचाप बच्चों को पढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में दूसरी कक्षा की पुस्तकों का ठेका मैसर्ज गोपसंज पेपर्स लिमिटेड के पास था।
प्राइमरी स्कूलों में 24 मार्च से नया शिक्षा सत्र शुरू हो गया था। लेकिन स्कूलों में किताबें पांच महीने बाद देर से पहुंची। ऐसे में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई। लेकिन पांच महीने बाद जब अगस्त में पुस्तकें आई तो उसमें यह त्रुटि मिली। सिरसा के सात खंडों में दूसरी कक्षा के लगभग 20 हजार विद्यार्थी गलत पाठ्यक्रम पढ़ रहे हैं।
"पाठ्यक्रम में यदि कोई त्रुटि है तो इस बात की सूचना मौलिक शिक्षा निदेशालय को दी जाएगी। साथ ही स्कूलों में अध्यापकों को पलवल जिले के बारे में भी जानकारी देने के आदेश दिए जाएंगे।"--मधु मित्तल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी। db
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