रेवाड़ी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से चल रहे 12वीं कक्षा के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में जिले में अब तक लगभग 40 नकल के मामले बनाए हैं। बोर्ड ने भले नकल पर नकेल कसने के लिए सख्ती बरती हो लेकिन 40 नंबर तक देने की छूट होने के बावजूद 33 अंक लाने के लिए विद्यार्थियों को नकल करने की जरूरत पड़ रही है।
स्कूल के पास नंबर देने का अधिकार : स्कूल के पास सीसीई के नाम पर 20 तथा प्रेक्टिकल के 20 नंबर तक देने का अधिकार है। इसके साथ 12 नंबर के ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को हल भी अच्छे अंक लाने में मददगार होते है। इसके बावजूद विद्यार्थी पास नहीं हो पाता है तो उसके पास 48 नंबर में से अंक लाने का मौका होता है। ऐसे में सौ में से कुल 33 अंक लाने के लिए भी विद्यार्थियों को नकल का सहारा लेना पड़ रहा है।
उडऩदस्तों की टीम
परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बोर्ड, डीईओ, डीसी, एसडीएम, कलेक्शन सेंटर, एसटीएफ गुडग़ांव, आरएएफ की उडऩदस्तों की टीम ने कार्रवाई की है।
सीबीएसई की परीक्षाओं में कभी नहीं बने यूएमसी
आज तक सीबीएसई की ओर से जिले के स्कूलों में आयोजित परीक्षा में कभी नकल के केस बने हों मामला प्रकाश में नहीं आया। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से बनाए जा रहे नकल के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। इससे जिले की साख के साथ उस परीक्षा केंद्र की विश्वसनियता पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं जहां नकल के मामले अधिक बन रहे हैं। परीक्षा ले रहे शिक्षकों की कार्यशैली भी संदेह पैदा करती है क्योंकि उडऩदस्ता की टीम तो कभी कभार ही छापा मारती है बाकी का काम सुपरिटेंडेंट और सुपरवाइजर की देखरेख में ही होते हैं।
अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि हालांकि वे स्वयं भी विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करते हैं। शिक्षकों द्वारा नकल कराने के मामले अभी उनके पास नहीं आए हैं। यदि ऐसा है तो वह नैतिक रुप से शिक्षक ही नहीं है। शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न कराने में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। db
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