सोनीपत : राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थी अब रिकवरी की टेंशन से मुक्त होकर पढ़ सकेंगे। फर्जी बीपीएल विद्यार्थी का ठप्पा लगाकर उनसे रिकवरी करने के शिक्षा विभाग ने अपने आदेश वापस ले लिए हैं।
सोनीपत के विभिन्न स्कूलों में विद्यार्थियों से शिक्षा विभाग ने रिकवरी शुरू कर दी थी। इससे परेशान होकर कुछ विद्यार्थियों ने तो स्कूल तक आना कम कर दिया था। क्योंकि मिली सहायता राशि को जहां अभिभावक प्रयोग कर चुके थे तो वहीं अब वापसी में देने को कुछ था नहीं। ऐसे में बार-बार स्कूलों के दबाव बनाने के कारण परेशान विद्यार्थियों की हालत को देखते हुए विभाग ने उन्हें एवं अभिभावकों को राहत दे दी। बता दें कि लड़कों को प्रति माह कक्षा पहली से पांचवीं तक 75 रुपए, लड़की को 150 रुपए तथा कक्षा छठी से आठवीं तक लड़कों को 100 रुपए एवं लड़कियों को दो सौ रुपए दिए जा रहे हैं। सोनीपत में लाभ लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या करीब साढ़े नौ हजार है।
विभागीय जानकारी के अनुसार इस संबंध में मौलिक शिक्षा महानिदेशक द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से बीईईओ को सूचित कर दिया गया है।
बीईओ को भेजे गए पत्र में निदेशक व विशेष सचिव ग्रामीण विकास हरियाणा द्वारा लिखे गए एक पत्र का भी हवाला दिया गया है कि विभाग की तरफ से कक्षा पहली से आठवीं तक फर्जी बीपीएल कार्ड के माध्यम से लाभ प्राप्त करने वालों से वापस वसूली न करने का प्रस्ताव है। शिक्षा विभाग ने सभी डीईईओ को उन फर्जी बीपीएल से फायदा उठाने वालों की लिस्ट और जो राशि उन्हें दी गई उसकी एक लिस्ट भेजने को कहा है।
पहले दिया था आदेश
इससे पहले शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में उन छात्रों से वजीफा राशि वसूलने का आदेश दिया था, जिन्होंने फर्जी बीपीएल कार्ड के आधार विभाग की इस स्कीम का फायदा उठाया था। इसके लिए विभाग ने जिले के सभी फर्जी बीपीएल कार्ड धारकों की लिस्ट सभी स्कूलों को भेजी थी और उन्हें कहा था कि इस लिस्ट के आधार पर वह उन बच्चों की पहचान करें, जिनके नाम इस लिस्ट में शामिल हैं। db
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