हिसार : भारत की जनवादी नौजवान सभा ने कॉलेज काडर प्राध्यापकों की भर्ती को अचानक रद्द करने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। डीवाईएफआई के राज्य सचिव दिनेश सिवाच ने कॉलेज प्राध्यापकों की भर्ती रद्द करने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना वाजिब कारण दिए भर्ती को रद्द करने का निर्णय लिया है। भर्ती रद्द होने से साफ संकेत मिलते हैं कि मुख्यमंत्री, मंत्री व अधिकारियों को न तो विद्यार्थियों की पढ़ाई की चिंता है और न ही बेरोजगार युवाओं के भविष्य का कोई ख्याल है। छात्र व युवा समुदाय को किसी भी कीमत पर अपने भविष्य हो रहे खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं करेगा और सड़कों पर आकर विरोध करेगा। नौकरियों में हो रहे इन फर्जीवाड़ों और भ्रष्टाचार की व्यापक जांच की जानी चाहिए ताकि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को जेल भेजा जा सके।
रविवार को नौकरियों में उजागर हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की व्यापक रणनीति तैयार करने के लिए छात्र-युवाओं की राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। db
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