पानीपत : हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी की 12वीं के प्रथम समेस्टर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का हरियाणा लेक्चरर एसोसिएशन द्वारा बहिष्कार अब बोर्ड के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। बोर्ड द्वारा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन गुरुवार से शुरू होना था। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी बोर्ड अधिकारी अभी तक एक भी कॉपी का मूल्यांकन नहीं करा पाए।
वहीं, हसला अभी तक अपनी मांगों को लेकर उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं। विदित हो कि गुरुवार से 12वीं की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन होना था, लेकिन हसला ने अपनी मांगों को लेकर मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया। जिसके बाद से अभी तक मूल्यांकन रुका हुआ है।
प्राध्यापकों की ग्रेड पे बढ़ाई जाए : रविंद्र
"जब तक प्राध्यापकों की ग्रेड पे बढ़ाने, प्रिंसिपल पद पर प्राध्यापकों का शत प्रतिशत कोटा देने जैसी मांगों को सरकार नहीं मानती। प्रदेश भर में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।"- - डॉ. रविंद्र डिकाडला, राज्य महासचिव, हसला
बोर्ड को नहीं मिल रहे प्राइवेट शिक्षक
हसला के विरोध के बाद बोर्ड ने उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए प्राइवेट शिक्षकों को लगाने का दावा किया था। लेकिन अभी तक बोर्ड अधिकारियों को प्राइवेट शिक्षक नहीं मिले। कुछ शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि हसला के दबाव के कारण प्राइवेट शिक्षक भी मूल्यांकन करने से इनकार कर रहे हैं। हालांकि बोर्ड के असिस्टेंट सेके्रटरी बलवंत सिंह का कहना है कि मूल्यांकन में किसी प्रकार की देरी नहीं होगी, दो दिन के अंदर ही प्राइवेट शिक्षकों द्वारा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हो जाएगा। db
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