भिवानी : 12वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की मार्किग का कार्य अतिथियों को सौंपने की कवायद फेल होने के बाद जहां शिक्षा बोर्ड प्रशासन यू टर्न लेते हुए झुक गया है, वहीं हसला के पदाधिकारियों ने बोर्ड की अपील को ठुकरा दिया है। उनकी मांग है कि इस मामले में प्रदेश सरकार उनकी मांगें माने तभी इस पर पुन: विचार किया जा सकता है।
शुक्रवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की प्रवक्ता मीनाक्षी शारदा ने यहां जारीबयान में बताया कि शिक्षा बोर्ड प्रशासन द्वारा हसला से एवं सम्बन्धित प्रवक्ताओं से पुरजोर अपील की है कि वे तुरंत ही उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बहिष्कार के अपने फैसले पर पुन: विचार करें।
उन्होंने कहा कि बारहवीं कक्षा की अक्टूबर में हुई प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के मार्किग कार्य में पूर्ण सहयोग करें। ताकि अंकन कार्य को शीघ्र ही संपन्न हो और परीक्षार्थियों का परीक्षाफल समय पर घोषित हो सके । बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि सीनियर सेकेंडरी अक्टूबर-2013 की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 07 नवंबर से प्रारंभ होना था, जो कि हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के प्रवक्ताओं द्वारा कार्य के बहिष्कार करने के फलस्वरूप आरम्भ नहीं हो पाया। इस कारण हरियाणा प्रान्त के लाखों परीक्षार्थियों का परीक्षाफल समय पर घोषित नहीं हो सकेगा।
हसला के जिला प्रधान रमेश मल्हान ने कहा कि वे शिक्षा बोर्ड की अपील पर पुन: विचार नहीं कर सकते हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार को उन्हें बातचीत के लिए बुलाना होगा और उनकी मांगें माननी होंगी, तभी वे इस पर विचार कर सकते हैं। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.